गोल्ड कोस्ट, 15 अप्रैल : हाल में विश्व के नंबर एक खिलाड़ी बने किदाम्बी श्रीकांत शुरुआती बढ़त का फायदा लेने में नाकाम रहे और राष्ट्रमंडल खेलों की बैडमिंटन प्रतियोगिता के पुरुष एकल के फाइनल में आज यहाँ मलेशियाई दिग्गज ली चोंग वेई से हारने के कारण उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
श्रीकांत ने इससे पहले मिश्रित टीम चैम्पियनशिप में ली को हराया था, लेकिन विश्व का पूर्व नंबर एक खिलाड़ी आज यहाँ 19-21, 21-14, 21-14 से जीत दर्ज करके उसका बदला चुकता करने में सफल रहा। ली का यह राष्ट्रमंडल खेलों के एकल में तीसरा स्वर्ण है। उनके नाम पर मिश्रित टीम के दो स्वर्ण पदक भी दर्ज हैं।
भारतीय खिलाड़ी से लगभग दस साल बड़े ली ने अपना सर्वश्रेष्ठ आखिर के लिये बचाया था। उन्होंने अपने शानदार रिफलेवÌस का बेजोड़ नमूना पेश किया। श्रीकांत ने हालाँकि उन्हें आसानी से जीत दर्ज नहीं करने दी।
श्रीकांत ने पहले गेम में 0-4 से पिछड़ने के बाद 10-7 से बढ़त बनायी। भारतीय खिलाड़ी ने ड्राप शाट में बेहतर प्रदर्शन किया और ब्रेक तक 11-9 से बढ़त बनाये रखी। शुरू में ली की चिरपरिचित चपलता भी देखने को नहीं मिली और श्रीकांत यह गेम 25 मिनट में 21-19 से जीतने में सफल रहे। दूसरे गेम में तब नाटकीय मोड़ आया जब लगा कि ली ने एक अंक बनाने के लिये दो बार शटल पर रैकेट मारा है। श्रीकांत के विरोध के बावजूद ली को इसके लिये जुर्माना नहीं लगा और मैच चलता रहा।