नई दिल्ली, 19 मई-(भाषा)
कर्नाटक में सत्ता को लेकर विवाद पर सुनवाई पूरी करते हुए उच्चतम न्यायालय ने अाज कहा, `अब, हमें अपनी छुट्टियों का अानंद उठाने दीजिए।'
शीर्ष न्यायालय में तीन न्यायाधीशों की एक पीठ की अध्यक्षता कर रहे न्यायमूर्ति ए. के. सीकरी ने जब मजाकिया अंदाज में यह टिप्पणी की, तब पूरा अदालत कक्ष ठहाकों से गूंज उठा।
कांग्रेस ने तीन बार विधायक चुने जा चुके के. जी. बोपैया (भाजपा) को कर्नाटक विधानसभा का अस्थायी अध्यक्ष नियुवÌत किए जाने के बाद न्यायालय का रूख किया था। हालाँकि, परंपरागत रूप से अस्थाई अध्यक्ष सदन का सबसे लंबे समय से सदस्य रहने वाला व्यविÌत होता है।
न्यायालय में अाज की सुनवाई शुरू होने पर वरिष्ठ अधिववÌता कपिल सिब्बल ने शनिवार को परेशान करने को लेकर पीठ से माफी माँगी, वÌयोंकि यह छुट्टी का दिन होता है।
अपने भद्र व्यवहार को लेकर जाने जाने वाले न्यायमूर्ति सीकरी ने कहा, `हमें अपना संवैधानिक कर्तव्य निभाना है। इस पर सिब्बल ने कहा, `हम अापको कभी परेशान नहीं करते, लेकिन यह करने के सिवा हमारे पास कोई विकल्प नहीं था, वÌयोंकि स्थापित सिद्धांतों का पालन नहीं किया जा रहा।' न्यायालय ने जब अपना अादेश सुनाना शुरू किया, तब कांग्रेस-जद (एस) की ओर से संयुवÌत रूप से पेश हुए वरिष्ठ अधिववÌता अभिषेक मनु सिंघवी ने पीठ से हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, `हमें अाशा है कि हम अापको (न्यायाधीशों को) रविवार को परेशान नहीं करेंगे। इस पर न्यायमूर्ति सीकरी ने तुरंत कहा, `हम भी इसी की चर्चा कर रहे हैं।'