प्रीति को एक और कांसा

पेरिस/शेटराउ, भारत की पैरा एथलीट प्रीति पाल ने रविवार को यहाँ कांस्य पदक से पेरिस पैरालंपिक में अपना दूसरा पदक हासिल किया जबकि भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी सुहास यथिराज, नितेश कुमार और मनीषा रामदास ने अपने अपने वर्ग में पदक पक्के किये लेकिन स्टार निशानेबाज अवनि लेखरा पदक जीतने की अपनी उपलब्धि दोहराने से चूक गईं।

प्रीति पाल ने 30.01 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष् समय के साथ महिलाओं की 200 मीटर टी35 श्रेणी में कांस्य पदक जीता, जो भारत का दूसरा पैरा एथलेटिक्स पदक भी है। सुहास और नितेश अपने वर्गों के पुरुष एकल फाइनल में जगह बनाकर अपने पहले स्वर्ण पदक के करीब पहुँच गए। टोक्यो चरण के रजत पदक विजेता सुहास हमवतन सुकांत कदम को सीधे गेम में हराकर पुरुष एकल बैडमिंटन एसएल4 फाइनल में पहुँचे और वह पैरालंपिक में लगातार दो पदक जीतने वाले पहले भारतीय शटलर बनने के लिए तैयार हैं।

शीर्ष वरीयता प्राप्त भारतीय नितेश ने सेमीफाइनल में जापान के डाइसुके फुजिहारा पर सीधे गेम में शानदार जीत से पुरुष एकल एसएल3 वर्ग के फाइनल में प्रवेश कर पदक सुनिश्चित कर दिया। नितेश (29 वर्ष) ने 48 मिनट तक चले सेमीफाइनल में फुजिहारा पर 21-16, 21-12 से जीत के साथ अपना दबदबा दिखाया। 2009 में हुई एक दुर्घटना में उनका पैर स्थायी रूप से विकलांग हो गया था। 2007 बैच के आईएएस अधिकारी 41 वर्षीय सुहास ने सुकांत को 21-17, 21-12 से हराकर एक बार फिर पैरालंपिक के फाइनल में जगह बनाई। भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी मनीषा रामदास ने एसयू5 वर्ग में महिलाओं के एकल सेमीफाइनल में जगह बनाई जहाँ उनका सामना हमवतन तुलसीमति मुरुगेसन से होगा, जिससे भारत का इस स्पर्धा में पदक पक्का हो गया। मनीषा के दाहिने हाथ में जन्म से ही विकार था। इस 19 वर्षीय खिलाड़ी को क्वार्टरफाइनल में जापान की मामिको टोयोडा को 21-13, 21-16 से हराने में कोई परेशानी नहीं हुई। दूसरी वरीयता प्राप्त भारतीय खिलाड़ी ने अपनी गैरवरीय प्रतिद्वंद्वी को केवल 30 मिनट में बाहर का रास्ता दिखाया। अंतिम चार में मनीषा का मुकाबला शीर्ष वरीयता प्राप्त तुलसीमति से होगा, जिन्होंने शनिवार को ग्रुप-ए में पुर्तगाल की बीट्रिज मोंटेइरो को हराया था।

इससे पहले मनदीप कौर और पलक कोहली क्वार्टरफाइनल से आगे बढ़ने में नाकाम रही। एसएल3 वर्ग में खेल रही मनदीप नाइजीरिया की तीसरी वरीयता प्राप्त बोलाजी मरियम एनियोला के सामने किसी तरह की चुनौती पेश नहीं कर पाई और 23 मिनट में 8-21, 9-21 से मुकाबला हार गई। मनदीप की एनियोला के खिलाफ यह लगातार दूसरी हार है। इससे पहले वह ग्रुप चरण में भी नाइजीरियाई खिलाड़ी से हार गई थी। एसएल4 वर्ग में पैरा विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता पलक इंडोनेशिया की खलीमातुस सादियाह से 28 मिनट में 19-21, 15-21 से हार गईं। बाद में दिन में नित्या सिवन सुमति एसएच6 श्रेणी के क्वार्टरफाइनल में चुनौती पेश करेंगी। उनका मुकाबला पोलैंड की ओलिविया स्जमीगील से होगा। एसएल3 वर्ग के पुरुष एकल सेमीफाइनल में नितेश कुमार का मुकाबला जापान के डाइसुके फुजिहारा से होगा।

निशानेबाजी में विफलता :

दो दिनें में चार पदक जीतने के बाद शूटिंग रेंज में भारत के लिए निराशा की बात यह रही कि अवनि मिश्रित 10 मीटर एयर राइफल प्रोन (एसएच1) स्पर्धा में 11वें जबकि सिद्धार्थ बाबू 28वें स्थान पर रहे और इस तरह से फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए। मिश्रित 10 मीटर एयर राइफल प्रोन (एसएच2) क्वालीफिकेशन में श्रीहर्ष देवरड्डी रामकृष्ण 630.2 के कुल स्कोर के साथ 26वें स्थान पर रहे। अवनि 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच। में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने के अपने प्रदर्शन को नहीं दोहरा पाई और अच्छी शुरुआत के बावजूद 628.8 अंक के कुल स्कोर के साथ फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रही। सिद्धार्थ ने 628.3 का स्कोर किया। अवनि के छह सीरीज में अंकें का क्रम 105.7, 106.0, 104.1, 106.0, 104.8, 106.2, जबकि सिद्धार्थ का स्कोर 104.6, 103.8, 105.7, 104.9, 103.6, 105.7 रहा। अवनि ने शुक्रवार को महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल (एसएच1) स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। वह लगातार दो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी थी। उन्होंने विश्व रिकॉर्ड के साथ अपने खिताब का बचाव किया था। एसएच1 में खिलाड़ी बिना किसी मुश्किल के बंदूक पकड़ सकते हैं तथा खड़े होकर या बैकर निशाना लगा सकते हैं। सीरीज1 में 44 वर्षीय देवरड्डी ने 105.2 अंक के बाद अगली सीरीज में 105.7 अंक हासिल किए। इसके बाद उन्होंने 105.4, 104.3, 105.6 और 104.0 अंक के स्कोर से निराशाजनक प्रदर्शन किया। 11 वर्ष पहले एक दुर्घटना के कारण उनका अपने अंगें पर नियंत्रण सीमित हो गया था। (भाषा इनपुट के साथ)

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