अभिनेता मोहनबाबू का मैनेजर गिरफ़्तार
हैदराबाद, फिल्म अभिनेता मंचू मोहनबाबू और उनके अभिनेता पुत्र मंचू मनोज के बीच गत 3 दिन से संपत्ति को लेकर मचे हंगामे के बीच आज पहाड़ी शरीफ पुलिस ने मोहनबाबू के मैनेजर वेंकट किरण को गिरफ़्तार कर लिया। वेंकट किरण के खिलाफ मंचू मनोज ने पुलिस में शिकायत दर्ज़ करवाई। उन्होंने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि वेंकट किरण ने हंगामे की सीसी टीवी वीडियो फुटेज जान-बूझकर हटा दी थी। शिकायत की जानकारी मिलते ही वेंकट किरण फरार हो गया था।
पुलिस ने प्राप्त शिकायत के आधार पर मामला दर्ज़ कर आज किरण को गिरफ़्तार कर लिया।एक अन्य घटनाक्रम में पहाड़ी शरीफ पुलिस ने टीवी9 के पत्रकार एम. रणजीत कुमार की शिकायत पर मोहनबाबू के ख़िलाफ बीएनएस की धारा 118 (1) के तहत मामला दर्ज़ किया।गौरतलब है कि कल रात मंचू मनोज के अपनी पत्नी के साथ जलपल्ली स्थित मंचू टॉवर पहुँचने पर मोहनबाबू और उनके बाउंसरों ने मीडिया पर हमला कर दिया था। मोहनबाबू ने टीवी9 के पत्रकार रणजीत के हाथ से माइक खींचकर उसी माइक से रणजीत पर वार कर दिया था। इस कारण रणजीत के सिर के भीतर गहरी चोट लग गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया।इसी घटनाक्रम में आज मंचू मनोज ने राचकोंडा पुलिस आयुक्त जी. सुधीर बाबू से मुलाकात की। इस दौरान मनोज ने पुलिस आयुक्त को एक लाख रुपये के बांड पेपर पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग देने और हंगामा न करने का लिखित रूप में आश्वासन दिया। उन्होंने पुलिस आयुक्त को बताया कि उनके पिता अस्पताल में है और माँ घर पर है। इस मामले को सुलझाने के लिए वे चर्चा करने के लिए तैयार है।
दूसरी ओर मंचू मनोज के भाई मंचू विष्णु ने कॉन्टीनेंटल अस्पताल के पास मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी यह नहीं सोचा था कि परिवार की समस्या को लेकर उन्हें इस प्रकार मीडिया से बात करनी पड़ेगी। उन्होंने बताया कि उनके पिता के पिछले 30 वर्ष से मीडिया के साथ अच्छे और गहरे संबंध है। हर परिवार में समस्याएँ आती-जाती हैं। कोई भी परिवार समस्यारहित नहीं है। परिवार से कोई न कोई अलग होता ही रहता है। उनके पिता की गलती यह है कि उन्होंने हमें अधिक प्यार दिया। उन्होंने मीडिया से सवाल किया कि आपके परिवार में भी समस्याएँ रहती है, लेकिन परिवार की समस्याओं को बाहर इस प्रकार मीडिया में उछालना उचित नहीं है।
उन्होंने मीडिया से आग्रह किया कि वे उनके परिवार की समस्याओं का तमाशा न बनाए। कल के हंगामे के दौरान उनके पिता का स्वास्थ्य बिगड़ गया। उन्होंने कहा कि वे तीन दिन से परिवार के साथ नहीं थे। इस कारण ही यह समस्या उत्पन्न हुई है। उन्होंने उनके पिता द्वारा मीडिया पर हमले की घटना का खंडन किया। उन्होंने कहा कि जबरन दरवाज़ा खोलकर मीडिया के भीतर आने के कारण यह हंगामा खड़ा हुआ।
विष्णु ने कहा कि उनका परिवार सेलिब्रिटी है। इससे इनकार नहीं किया जा सकता और हमारी भी कुछ व्यक्तिगत समस्याएँ होती हैं। इस हंगामे में घायल पत्रकार और उनके परिवार के साथ वे संपर्क में हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने उनके परिवार को नोटिस दिया है न कि मीडिया को। मीडिया नोटिस जारी करने की बात कल रात से बता रही है, लेकिन आज सुबह उन्हें नोटिस मिला है।
उन्होंने बताया कि उनके पिता अब इस हंगामे के बाद घर में नहीं रहना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनके पिता ने जो भी अर्जित किया है, वह सब उनका है। यहाँ परिस्थिति यह उत्पन्न हुई है कि एक को संयुक्त परिवार में रहना पसंद है और दूसरे को संयुक्त परिवार पसंद नहीं है। परिवार से संबंधित शैक्षणिक संस्थान में किसी प्रकार की कोई अनियमितता नहीं है और शैक्षणिक संस्थान का संचालन करने वाले विनय से उनके अच्छे संबंध हैं। वे उन्हें अपना बड़ा भाई मानते हैं।