भारतीय और स्विस रेलवे के बीच करार

हैदराबाद, रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और स्विस परिसंघ के संघीय पर्यावरण, परिवहन एवं संचार विभाग के प्रमुख अल्बर्ट रोएस्टी ने बुधवार को भारतीय रेलवे और स्विस रेलवे के बीच तकनीकी सहयोग बढ़ाने के लिए एक समझौते ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

नए एमओयू पर औपचारिक रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हस्ताक्षर किए गए। अल्बर्ट रोएस्टी ने अपने संबोधन में बताया कि किस तरह स्विट्जरलैंड की उन्नत रेलवे तकनीक भारत के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। अपने संबोधन में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारतीय रेलवे के लिए तकनीक, ट्रैक रखरखाव, प्रबंधन और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में एमओयू के लाभों पर प्रकाश डाला और भारतीय रेलवे को आगे बढ़ाने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।

भारतीय रेलवे और स्विस रेलवे के प्रतिनिधियों के बीच सहयोग को सुविधाजनक बनाने के लिए एक संयुक्त कार्य समूह (जेडब्ल्यूजी) का गठन किया गया। जेडब्ल्यूजी ने एमओयू पर हस्ताक्षर करने से पहले दो बैठकें कीं, ताकि चर्चा के प्राथमिक क्षेत्रों माल और यात्री कारें, रेलवे विद्युतीकरण उपकरण, रेलवे स्टेशन आधुनिकीकरण, सुरंग प्रौद्योगिकी पर विचार किया जा सके। जेडब्ल्यूजी की तीसरी बैठक में रेलवे बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष और सीईओ ने स्विट्जरलैंड में संघीय परिवहन कार्यालय के निदेशक के साथ चल रहे पूंजीगत व्यय पहलों को प्रस्तुत किया, जिसमें स्विस फर्मों के लिए भारतीय रेलवे क्षेत्र में महत्वपूर्ण निवेश अवसरों पर प्रकाश डाला गया। यह साझेदारी भारत में रेलवे सेवाओं की दक्षता और विश्वसनीयता को बढ़ाएगा, जिससे यात्रियों और माल ढुलाई संचालन दोनों को लाभ होगा। उल्लेखनीय कंपनियां मशीनरी, सामग्री और सुरंग निर्माण परामर्श सेवाएं प्रदान करेंगी। इससे पहले स्विट्जरलैंड में भारत के राजदूत मृदुल कुमार ने द्विपक्षीय संबंधों की गर्मजोशी का प्रतीक अल्बर्ट रोस्टी को शॉल भेंट की।

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