अंबेडकर विवाद से भाजपा को नुकसान : सर्वे
नई दिल्ली, संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर और संविधान के कथित अपमान पर पिछले दो हफ्ते से देशभर में हो हल्ला हो रहा है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं और भाजपा को अंबेडकर का अपमान करने को लेकर दोषी ठहरा रहे हैं। वहीं भाजपा कांग्रेस पर हमलावर है और अंबेडकर का अपमान करने का दोषी ठहरा रही है। इस बीच सी-वोटर ने एक सर्वे किया है, जिसके नतीजे चौंकाने वाले हैं क्योंकि जिन लोगों से ये सवाल पूछे गए वे कन्फ्यूज हैं।
सर्वे के नतीजों के मुताबिक 30.4 फीसदी लोगों का मानना है कि केंद्र की सत्तासीन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को अंबेडकर विवाद से फायदा मिल सकता है, जबकि 31.3 फीसदी लोगों का मानना है कि इस विवाद से इंडिया गठबंधन को फायदा मिल सकता है। इससे इतर 14.3 फीसदी लोगों का मानना है कि दोनों गठबंधनों को इस विवाद को उठाने से फायदा मिल सकता है।
सी-वोटर ने जब दिल्ली विधानसभा चुनावों में अंबेडकर विवाद पर सियासी लाभ-हानि का सर्वे किया, तो उससे पता चला कि इस विवाद से सबसे ज्यादा आम आदमी को फायदा होगा। सर्वे के मुताबिक आप को 26.5 फीसदी, जबकि कांग्रेस को 15.9 फीसदी और भाजपा को 22 फीसदी फायदा हो सकता है। सी-वोटर ने फोन कॉल के जरिए 20 से 21 दिसंबर के बीच ये सर्वे किए थे। इस सर्वे में कुल 1228 लोगों ने हिस्सा लिया था।
इस बीच, वाम दलों ने बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी के खिलाफ सोमवार को यहाँ जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), भारतीय कम्युनिट पार्टी (माले) लिबरेशन, रिवॉल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) और कुछ अन्य दलों के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान शाह के खिलाफ नारे लगाए और कहा कि उन्हें इस्तीफा देना चाहिए या फिर हटाया जाना चाहिए। यह प्रदर्शन केंद्रीय स्तर पर वाम दलों द्वारा शुरू किए गए राष्ट्रव्यापी आंदोलन का हिस्सा था।(एजेंसियाँ)