बीमा और जोखिम प्रबंधन संस्थान (आईआईआरएम) में वार्षिक बीमा सम्मेलन
हैदराबाद, बीमा और जोखिम प्रबंधन संस्थान-आईआईआरएम, (आईआरडीएआई) और तेलंगाना सरकार के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय वार्षिक बीमा सम्मेलन गच्ची बावली में आरंभ हुआ। आज यहाँ स्विस रे द्वारा प्रायोजित वार्षिक बीमा सम्मेलन में उद्योग के अग्रणी पेशेवरों, नियामकों और नवप्रवर्तकों को उभरते जोखिमों और महामारी के बाद के परिदृश्य में बीमा के भविष्य को आकार देने वाली रणनीतियों का पता लगाने के लिए चर्चा सत्र आरंभ हुए। सभी का स्वागत आईआईआरएम के निदेशक अतनु कुमार दास ने किया। उन्होंने बीमा में उद्योग 5.0 के महत्व पर जोर देने के साथ क्षेत्र में क्रांति लाने वाली नई क्षमताओं और प्रौद्योगिकियों पर ध्यान आकर्षित किया।
भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) के सदस्य (वितरण) सत्यजीत त्रिपाठी ने अध्यक्षीय भाषण में साइबर जोखिमों और अल्पावधि से संबंधित चुनौतियों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने, बीमा वर्कफ़्लो को कम करने और धोखाधड़ी को प्रभावी ढंग से कम करने के लिए नियामक के प्रयासों पर जोर दिया।
भारतीय बीमा दलाल संघ (आईबीएआई) के अध्यक्ष सुमित बोहरा ने क्षेत्र की प्रगति के बारे में जानकारी देते हुए व्यवधानों के बीच भारतीय बीमा उद्योग द्वारा प्रदर्शित लचीलेपन की सराहना की। उन्होंने छात्रों को बीमा के बारे में शिक्षित करने के लिए आईबीएआई की पहल पर प्रकाश डालते हुए उभरते जोखिमों, विशेष रूप से देयता बीमा के बढ़ते महत्व पर चर्चा की। स्विस रे पी एंड सी सोल्यूशन ऑपरेशन के प्रमुख जितेन्द्र बाहरी ने बताया कि बीमा तकनीक के नवाचार ग्राहक केंद्रित पर ध्यान केंद्रित करते हुए बीमा परिदृश्य को बदल रहे हैं। उन्होंने किफायती बीमा विकल्पों के महत्व को रेखांकित किया।
उद्घाटन सत्र का समापन आईआईआरएम के प्रिंसिपल डॉ. वी.वी.के. मोहन के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। बीमा सम्मेलन-2024 शनिवार, 19 अत्तूबर को पैनल चर्चाओं और प्रस्तुतियों के साथ जारी रहेगा, जो उभरते बीमा परिदृश्य के अवसरों और चुनौतियों के बारे में गहन जानकारी प्रदान करेगा।