एडवांटेज असम 2.0 हैदराबाद रोड शो
हैदराबाद, असम सरकार द्वारा आज फिक्की के सहयोग से एडवांटेज असम 2.0 हैदराबाद रोड शो का आयोजन होटल ताज कृष्णा में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए असम के शिक्षा तथा जनजातीय मामलों के मंत्री डॉ. रनोज पेगू ने कहा कि उन्नत बुनियादी ढाँचे और प्रावफढतिक संसाधनों के बीच यह राज्य परिवर्तनकारी तथा बहुआयामी विकास के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में असम में जबरदस्त बदलाव आया है।
अवसर पर बताया गया कि आगामी 25 और 26 फरवरी को गुवाहाटी में एडवांटेज असम 2.0 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। असम सरकार की प्रमुख पहल का मुख्य उद्देश्य असम को अग्रणी निवेश केंद्र और दक्षिण पूर्व एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में स्थापित करना है। एडवांटेज असम का यह संस्करण सतत विकास को बढ़ावा देने, सार्वजनिक-निजी भागीदारी को बढ़ावा देने और व्यापार करने में आसानी पर ध्यान केंद्रित करते हुए राज्य के विकास पथ को उप्रेरित करना है। साथ ही असम को भारत की आर्थिक महत्वाकांक्षाओं में एक गतिशील योगदानकर्ता के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। अगले माह आयोजित होने वाले इस शिखर सम्मेलन के परिप्रेक्ष्य में आज रोड शो का आयोजन किया गया।
डॉ. रनोज पेगू ने असम के आर्थिक परिवर्तन और इसकी निवेशक अनुकूल नीतियों पर प्रकाश डालते हुए विविध क्षेत्रों से निवेश आमंत्रित किए। उन्होंने कहा कि असम में उपलब्ध निवेश अवसरों में राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय निवेशकों की जबरदस्त रुचि देखी गई है। हाल के वर्षों में असम में उल्लेखनीय परिवर्तन हुए हैं, जिसने संचार, बुनियादी ढाँचे और औद्योगिक विकास के मामले में खुद को फिर से परिभाषित किया है। आज का तेजी से विकसित होता असम उज्ज्वल भविष्य के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि शिक्षा में हमने अपने सिस्टम में क्रांति लाने के लिए प्रौद्योगिकी की शक्ति का उपयोग किया है। स्कूलों के लिए एआई संचालित प्रबंधन प्रणाली शुरू की गई है। शैक्षिक परिदृश्य के पुनर्गठन के लिए हमारी प्रतिबद्धता महत्वपूर्ण निवेशों के माध्यम से स्पष्ट है। मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या में उल्लेखनीय विस्तार किया गया है। 2026-27 तक और भी अधिक संस्थान खोलने की योजना है। हमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए समर्पित एक विश्वविद्यालय और विशेष रूप से एआई और एमएल जैसी नई युग की तकनीकों पर केंद्रित एक अन्य विश्वविद्यालय के चालू होने की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है। पिछले दशक में लगभग 25 प्रतिशत आबादी बहुआयामी गरीबी से बाहर आई है, जिसने निरंतर प्रगति के लिए एक मजबूत नींव रखी है।
उन्होंने कहा कि असम तेजी से औद्योगिक विकास के शिखर पर है। उन्होंने निवेशकों को पूर्वी भारत विशेष रूप से असम में अवसरों का पता लगाने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि राज्य में लोगों की मानसिकता बदल गई है। अब वह राज्य के भीतर विकास को आगे बढ़ाने के लिए अधिक उत्सुक हैं। सार्थक रोजगार की तलाश में प्रतिभाशाली युवाओं के पलायन को रोकने के लिए असम कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। असम सरकार कुशल जनशक्ति की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित कर राज्य में निवेश करने के लिए तैयार लोगों के लिए सहायता, प्रोत्साहन और सब्सिडी का एक मजबूत ढाँचा प्रदान कर उद्योगों का समर्थन करने हेतु प्रतिबद्ध है। हम निवेशकों को नए असम के उदय का गवाह बनने और गतिशील, आकांक्षी, नवाचार और औद्योगिक प्रगति के पेंद्र के रूप में अपनी जगह लेने के लिए तैयार होने का हिस्सा बनने हेतु गर्मजोशी से स्वागत कर रहे हैं।
अवसर पर असम सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. कल्याण चक्रवर्ती ने कहा कि असम ने पिछले दशक में असाधारण आर्थिक विकास हासिल किया है। इसकी अर्थव्यवस्था 29 बिलियन डॉलर से दोगुनी होकर 68 बिलियन डॉलर हो गई। हमारा महत्वाकांक्षी लक्ष्य 2030 तक 130 बिलियन डॉलर तक पहुँचना है। इसके अलावा हमारी विकास दर राष्ट्रीय औसत से 2 प्रतिशत अधिक है। पिछले साल हमारे कर राजस्व में 25 प्रतिशत की उल्लेखनीय वफद्धि हुई, जो राज्य की मजबूत वित्तीय गति का परिचायक है। असम में निवेश के अवसरों और पर्यटन क्षेत्र पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आर्थिक परिदृश्य को और बढ़ावा देने के लिए हम मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क स्थापित कर रहे हैं, जो असम को पूरे दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र से जोड़ेगा।यहाँ छह चालू हवाई अड्डों के साथ और स्थापित करने की योजना है, ताकि कनेक्टिविटी को और अधिक मजबूत किया जा सके। एक ऐतिहासिक विकास में टाटा समूह ने असम में सेमीकंडक्टर इकाई में निवेश किया है। इसके अलावा आईटीआई और पॉलिटेक्निक संस्थानों के माध्यम से असम के युवाओं को उद्योग-संबंधित कौशल से लैस करने के लिए साझेदारी की जा रही है, जिससे वैश्विक उद्योगों की माँगों को पूरा करने के लिए कुशल कार्यबल सुनिश्चित होगा, जो तैयार है। समग्र रूप से हम दक्षिण पूर्व एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में उभर रहे हैं, जो निवेश अवसरों से भरा हुआ है।
अवसर पर प्रमुख सचिव (आईटी) के.एस. गोपीनाथ नारायण तथा उद्योग एवं वाणिज्य आयुक्त ओइनम एस. सिंह ने कहा कि असम की औद्योगिक नीति साहसिक रूप से डिजाइन की गई है। हम निवेशक विकास को बढ़ावा देने और एक मजबूत साझेदारी बनाने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं। आज की तारीख में असम में निवेशकों के अनुकूल नीतियों की एक विस्तफत श्रफंखला है। असम की उद्योग नीतियाँ किसी भी राज्य की ओर से पेश की जा सकने वाली सबसे सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र है।फिक्की तेलंगाना के उपाध्यक्ष वी.वी. राम राजू ने कहा कि असम राज्य तेजी से भारत के आर्थिक विकास के एक प्रमुख चालक के रूप में उभर रहा है। सेमीकंडक्टर, एयरोस्पेस, रक्षा, फार्मास्यूटिकल्स, पर्यटन, आतिथ्य, नवीकरणीय ऊर्जा, खाद्य प्रसंस्करण जैसे विविध क्षेत्रों में गतिशील प्रगति के साथ असम वैश्विक मानचित्र पर पहचान बना रहा है। आज असम निवेशकों के लिए एक उज्ज्वल और आशाजनक गंतव्य के रूप में खड़ा है। उन्होंने कहा कि हैदराबाद रोड शो असम के समावेशी आर्थिक विकास और वैश्विक निवेश साझेदारी के दृष्टिकोण को साकार करने में महत्वपूर्ण कदम है।