मैनचेस्टर (ब्रिटेन), ब्रिटेन की पुलिस ने कहा है कि मैनचेस्टर के एक यहूदी प्रार्थना स्थल पर जो घातक हमला हुआ, उसे सीरियाई मूल के 35 वर्षीय ब्रिटेन के नागरिक ने अंजाम दिया था।ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने एक बयान में बताया कि संदिग्ध की पहचान जिहाद अल-शमी के रूप में हुई है, जिसे पुलिस अधिकारियों ने गोली मार दी।पुलिस ने यह भी बताया कि आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने, साजिश रचने और आतंकवादी गतिविधियों के लिए भड़काने के संदेह में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इनमें 30 साल के दो पुरुष और 60 साल की एक महिला शामिल हैं। उत्तरी इंग्लैंड में बृहस्पतिवार को एक हमलावर ने एक यहूदी प्रार्थना स्थल के बाहर लोगों पर कार चढ़ा दी थी और फिर उन पर चाकू से हमला करना शुरू कर दिया था। इस हमले में दो लोगों की मौत हो गई और चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने इसे यहूदी वर्ष के सबसे पवित्र दिन पर हुआ आतंकी हमला बताया।
मैनचेस्टर यहूदी स्थल पर हमला, आतंकवाद की आशंका
यह हमला उस समय हुआ, जब लोग ‘योम किप्पुर’ के मौके पर एक यहूदी प्रार्थना स्थल पर इकट्ठे हुए थे। ‘योम किप्पुर’ यानी ‘प्रायश्चित के दिन’ को यहूदी कैलेंडर का सबसे पवित्र दिन माना जाता है। मैनचेस्टर पुलिस ने कहा कि अधिकारियों ने संदिग्ध को गोली मार दी। हालांकि, यह पुष्टि करने में उन्हें कुछ समय लगा कि वह मारा गया है, क्योंकि उसने ऐसी जैकेट पहन रखी थी जिससे यह प्रतीत हो रहा था कि उसके पास विस्फोटक हैं। बाद में पुलिस ने स्पष्ट किया कि उसके पास कोई बम नहीं था।
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देश में आतंकवाद रोधी अभियानों का नेतृत्व करने वाली लंदन की मेट्रोपोलिटन पुलिस ने इसे आतंकवादी हमला घोषित किया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर ने हमलावर को ‘‘घृणित’’ बताते हुए उसकी निंदा की और कहा कि उसने कि यहूदियों पर सिर्फ इसलिए हमला किया क्योंकि वे यहूदी हैं। उन्होंने यहूदी समुदाय को आश्वस्त किया कि वे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक देंगे। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि दुख की इस घड़ी में इजराइल ब्रिटेन के यहूदी समुदाय के साथ है।
