मिथुन को दादा साहबफाल्के पुरस्कार प्रदत्त
नई दिल्ली, अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को मंगलवार को सिनेमा के क्षेत्र में सरकार का सर्वेच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार प्रदान किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यहाँ विज्ञान भवन में 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के दौरान मृगया , डिस्को डांसर और प्रेम प्रतिज्ञा जैसी फिल्मों में अभिनय कर चुके चक्रवर्ती को यह प्रतिष्ित पुरस्कार प्रदान किया।
तालियें की गड़गड़ाहट के बीच चक्रवर्ती (74) ने अपने संबोधन में कहा, मैं आपके आशीर्वाद से एक बार फिर इस मंच पर आया हूँ। मुझे कोई भी चीज थाली में परोस कर नही मिली, मैंने बहुत संघर्ष किया, लेकिन आज, यह पुरस्कार प्राप्त करने के बाद, मैंने शिकायत करना बंद कर दिया है। भगवान का शुक्र है, आपने ब्याज सहित मुझे सब कुछ वापस दे दिया। उन्होंने भारत भर में उभरती प्रतिभाओं के लिए भी कुछ सुझाव साझा किए। अभिनेता ने कहा, हमारे देश में कई प्रतिभाशाली लोग हैं, लेकिन उनके पास पैसा नही है। मैं उनसे कहना चाहूँगा कि आपके पास पैसा नही हो, लेकिन उम्मीद मत खोइए। सपने देखते रहिए। सोइए लेकिन अपने सपनें को सोने मत दीजिए।
चक्रवर्ती का असली नाम गौरांग चक्रवर्ती है। उन्हें वर्ष 2024 के लिए दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के सदस्य चक्रवर्ती को तीसरे सर्वेच्च नागरिक सम्मान पद्मभूषण से सम्मानित किए जाने के कुछ महीने बाद मिला है।
अभिनेता पुणे के भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) के पूर्व छात्र हैं। मिथुन ने मुख्य रूप से हिंदी और बांग्ला सिनेमा में काम किया है। मृणाल सेन की 1976 में आई फिल्म मृगया से चक्रवर्ती ने फिल्मों में अभिनय की शुरुआत की थी, जिसके लिए उन्होंने सर्वश्रेष् अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीता था।(भाषा)