हैदराबाद, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंडी संजय ने बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव की चुनौती स्वीकार करते हुए कहा कि वे सांसद रमेश द्वारा के टीआर पर लगाए हुए आरोपी को साबित कर सकते हैं। संजय कुमार ने बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामा राव को अनकापल्ली से भाजपा सांसद सी.एम. रमेश द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों पर खुली बहस की चुनौती दी है। रमेश ने उन पर 2023 में बीआरएस का भाजपा में विलय करने का प्रस्ताव रखने का आरोप लगाया है।
रविवार को करीमनगर में पत्रकारों से बात करते हुए संजय ने आरोप लगाया कि बीआरएस शासन भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। बीआरएस नेता अपनी पार्टी चलाने में असमर्थ होकर विलय का प्रस्ताव लेकर आए थे। हालांकि, उन्होंने कहा कि 2023 में निज़ामाबाद में एक जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया था कि भाजपा परिवार-केंद्रित पार्टियों और भाई-भतीजावाद की राजनीति के खिलाफ है।
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केटीआर पर आरोप और कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति
बंडी ने कहा कि समय और स्थान उन्हें (केटीआर) तय करने दें। उन्होंने कहा कि मैं रामा राव के खिलाफ रमेश के आरोपों को साबित करने के लिए करीमनगर या हैदराबाद में एक सार्वजनिक बहस का आयोजन करूँगा। बीआरएस विलुप्त होने के कगार पर है और इसका नेतृत्व पार्टी चलाने में असमर्थ है। उन्होंने रामा राव पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से भाजपा के खिलाफ झूठा प्रचार करने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि इस तरह के झूठ अब और बर्दाश्त नहीं किए जाएँगे। उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना में कांग्रेस के नेता अपने ही नेताओं के खिलाफ केटीआर की अपमानजनक भाषा पर प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं।
सत्तारूढ़ कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने मांग की कि मुसलमानों को पिछड़ी जातियों की सूची से बाहर करके 42 आरक्षण विशेष रूप से पिछड़ी जातियों के लिए निर्धारित किया जाए। इससे पहले, केंद्रीय मंत्री ने करीमनगर के सरकारी सामान्य अस्पताल में केंद्रीय निधि से 23.75 करोड़ की अनुमानित लागत से निर्मित क्रिटिकल केयर ब्लॉक का उद्घाटन किया।
