तप त्याग से मनायी गयी मिश्रीमलजी व रूपचंदजी की जन्म जयंती

हैदराबाद, श्री जैन श्रावक संघ कोरा में विराजित राजमतीजी म.सा., विनयश्रीजी म.सा. व जिव्याश्रीजी म.सा. के सान्निध्य में गुरुदेव मिश्रीमलजी म.सा. की 135वीं व गुरुदेव रूपचन्दजी म.सा. की 99वीं जन्म जयंती तप, त्याग, सामायिक के साथ मनायी गयी। आज यहाँ संघ के मंत्री अनिल तातेड़ एवं धर्मेंद्र मांडोत द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, कोरा संघ के आनंद भवन में आयोजित कार्यक्रम में विनयश्रीजी म.सा. ने कहा कि गुरुद्वय धरती पर देव तुल्य थे। वह जो कह देते, वही होता था, क्योंकि वह वचन सिद्ध थे।

म.सा. ने कहा कि हमारे पास सब कुछ होने के बाद भी हम गुरु को भूल गये हैं। दुनिया में ऐसा कोई संत नहीं हुआ, जिसने कभी गौशालाएँ खुलवायीं। बकरा शाला, कबूतरखाना, वृद्धाश्रम, स्कूल, साधनावास का निर्माण करवाया। शिक्षा, दया, करुणा, अहिंसा क्षेत्र में बाबा का नाम है। मारवाड़ की धरती पर चले जाएँ, तो हर गाँव में बाबा मरुधर केसरी के नाम पर गौशाला है। एक ही संकल्प था कोई भी जीव दुखी न रहे, सारे जीव सुखी रहें।

गुरुदेव की करुणा, दया और अहिंसा की मिसाल

म.सा. ने कहा कि गुरुदेव ने जीवों के लिए बहुत कार्य किया। बाबा की कृपा से पशु बलि बंद हुई। किसी जीव को मारना अच्छी बात नहीं है। जीव की रक्षा के लिए स्वयं को समर्पित कर बकरे को काटने नहीं दिया। जैसे गुरु होते हैं, वैसे ही शिष्य होते हैं। गुरुदेव रूपचंदजी मोतीलालजी म.सा. के शिष्य थे। बाबा मरुधर केसरी जैसे थे, वैसे ही उनका प्रतिरूप रूपचंदजी म.सा. थे। सबसे ज्यादा करुणा, दया और अहिंसा का कार्य किया। उनके दरबार में जो रोते हुए आता था, वह हँसते हुए जाता था। दरबार से कोई भी व्यक्ति खाली नहीं जाता। ऐसे महान गुरुवर को नमन-वंदन।

महामंत्री गौतमचंद मुथा ने गुरुदेवों की महिमा का बखान किया। श्री जैन श्रावक संघ कोरा छावनी के संघपति संपतराज कोठारी ने भाव व्यक्त किए, श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ, कृष्णा नगर के महामंत्री विमल पितलिया ने गीतिका प्रस्तुत की।

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जन्म जयंती पर रक्षाबंधन व सांस्कृतिक आयोजन

भजन गायक अमृत पौड़वाल ने गुरुदेव के सत्कार्य पर गीतिका सुनायी। श्री कृष्णा नगर से पधारे राजमल चाणोदिया ने भाव व्यक्त किए। मंत्री अनिल तातेड़ ने बताया कि आज के गौतम प्रसादी के लाभार्थी गौतमचंद प्रसन्न राज हेमन्त राज विकास करण मोहित सिद्धांत निर्विक बच्छावत मुथा परिवार थे। 16 सतियों के एकासने के तहत आज के लाभार्थी श्री आनंद युवा मंडल रहा। लाभार्थी के प्रति श्री संघ की ओर से धन्यवाद और आभार व्यक्त किया गया।

गुरुद्वय की जन्म जयंती के उपलक्ष्य में श्री आनंद जैन युवा मंडल द्वारा जरूरतमंदों में नाश्ते का वितरण किया गया। आज की प्रभावना श्री आनंद युवा मंडल की ओर से दी गयी। प्रवचन के पश्चात रक्षाबंधन का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मारवाड़ी ड्रेसिंग (महिलाओं के लिए), बेस्ट रक्षाबंधन की थाली एवं बेस्ट भाई-बहन की जोड़ी प्रतियोगिता हुई। इसमें बच्चों व महिलाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।

मारवाड़ी ड्रेसिंग में अनीता ओस्तवाल को प्रथम एवं तारा दिशालेहेरा को द्वितीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। रक्षाबंधन की बेस्ट थाली के लिए नंदा तातेड़ को प्रथम एवं वर्षा रांका को द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित यिका गया। बेस्ट भाई-बहन की जोड़ी के लिए युवराज निश्चय समदड़िया को प्रथम, लक्ष्य गुनवी कटारिया को द्वितीय एवं किषा जियांश लुणावत को तृतीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। निर्णायक संतोष कोठारी का मंत्री अनिल तातेड़ ने श्री संघ की ओर से आभार जताया। महावीर इंटरनेशनल के चेयरमैन विनोद संचेती ने संस्था द्वारा बाँटी जा रही हेल्थ किट की जानकारी दी। भोजन व्यवस्था में श्री आनंद जैन युवा मंडल एवं श्री वर्धमान महिला मण्डल ने सहयोग प्रदान किया। अध्यक्ष संजय कटारिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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