ऑपरेशन कगार को रोके केंद्र सरकार : कविता
हैदराबाद, विधान परिषद सदस्य कल्वाकुंट्ला कविता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा नक्सलवाद का अंत करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ व तेलंगाना में चलाए जा रहे ऑपरेशन कगार को तुरंत रोकने व नक्सलियों को शांति वार्ता के लिए बुलाने की मांग की।
एमएलसी कविता ने अपने आवास पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि नक्सलियों को पूरी तरह से खत्म करने की जिद को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जिस प्रकार आगे बढ़ रही है, वह ठीक नहीं है रवैया बदलें। उन्होंने कहा कि भारास का विश्वास है कि नक्सलवाद की समस्या का परिष्कार ताकत से नहीं बल्कि केवल वार्ता से ही निकलेगा।
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नक्सलियों से शांति वार्ता और समाधान की आवश्यकता
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के शासन में 3,500 से अधिक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था और वे मुख्य धारा में शामिल हो गए थे। हाल के समय छत्तीसगढ़ के नक्सलियों ने आकर तेलंगाना में आत्मसमर्पण किया है यह पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर के लिए गए नीतिगत निर्णयों को आगे बढाने जैसा कदम है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सकारात्मक वातावरण में विचार करके नक्सलियों को शांति वार्ता के लिए बुलाए और नक्सल प्रभावित राज्यों तथा रेड कॉरिडॉर के राजनीतिक नेताओं को भी वार्ता में शामिल करे ताकि कल फिर से समस्या को सिर उठाने के अवसर न मिलें।
उन्होंने कहा कि इससे पहले कांग्रेस सरकार ने ऑपरेशन ग्रीन हंट किया था और वर्तमान में मोदी सरकार ऑपरेशन कगार चला रही है जिसके परिणामस्वरूप नक्सली, पुलिस के जवान व सैनिक मारे जा रहे हैं। इन सबके बीच गिरिजन वर्ग प्रताड़ित हो रहा है। नक्सलियों के साथ शांति वार्ता करके समस्या का समाधान निकाला जाना चाहिए। इस पूरी चर्चा में राजनीतिक दलों को भी शामिल करें, विश्वास है कि सभी दल सहयोग ही करेंगे।
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