फार्मा कंपनी दुर्घटना के घायलों से मिले चंद्रबाबू
अनकापल्ली, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायुडू ने अच्युतापुरम स्थित फार्मा कंपनी के कारखाने में हुई अग्नि दुर्घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि विस्तृत जाँच के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जा रहा है। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद मीडिया से बात करते हुए बताया कि मरने वालों के परिवारों को 1 करोड़ रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 50 लाख रुपये और घायलों को 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों की सरकार हर संभव सहायता करेगी। उन्होंने दुर्घटना में घायल हुए लोगों से भी मुलाकात की और डॉक्टरों को बेहतर चिकित्सा के निर्देश दिए।
चंद्रबाबू ने कहा कि उद्योगों में सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए लेकिन ऐसा लगता है कि यहां एसपीओ के नियमों का पालन नहीं किया गया, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई। उन्होंने आशंका जताई कि फार्मा कंपनी में पूर्ण सुरक्षा मानक नहीं अपनाया गया था। उन्होंने आये दिन हो रही इस तरह की घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि पिछले पांच साल में विशाखापट्टन में 119 घटनाओं में 120 लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि इस तरह के उद्योग धंधों में तुरंत आंतरिक जांच कराई जानी चाहिए। लाल श्रेणी के सभी उद्योगों को एसपीओ का सख्ती से पालन करना चाहिए। एसेंशिया फार्मा कंपनी की घटना पर उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद जो भी इस घटना के लिए जिम्मेदार है, उसे सजा मिलेगी। हम प्रभावित परिवारों और घायलों को कंपनी की ओर से मुआवजा दिला रहे हैं। उसके हम जरूरी कदम उठाएंगे। उद्योगों में सेफ्टी ऑडिट के लिए कमेटी भी बनाई जाएगी।
चंद्रबाबू ने कहा कि ऐसी दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए उपाय किये जायेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले पांच वर्षों में सारी व्यवस्थाएं नष्ट हो गई हैं। यह हादसा उसी का परिणाम है। इस तरह की घटनाओं में से यह आखिरी घटना होनी चाहिए। सीएम ने कहा कि वास्तव में इस घटना के लिए वाईकांपा जिम्मेदार है, क्योंकि उद्योग धंधों में सुरक्षा मानकों की कभी जांच तक नहीं गयी। अब वाईकांपा उन्हें बदनाम करने का प्रयास कर रही है। उनकी सरकार बने सिर्फ 60 दिन हुए हैं। ऐसी घटना के लिए जिम्मेदार कौन है इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। चंद्रबाबू ने दुर्घटना पीड़ितों से भी मुलाकात की। विशाखापट्टनम पहुंचने पर वे सीधे मेडिकवर हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने वहां इलाज करा रहे घायलों से मुलाकात की। उन्होंने डॉक्टरों से बात की और घायलों की स्थिति के बारे में जानकारी परप्त की। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार पीड़ितों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए सभी उपाय करेगी। इसके बाद उन्होंने पीड़ितों के परिजनों से बात की। उल्लेखनीय है कि बुधवार को फार्मा कंपनी में हुई दुर्घटना में 17 लोगों की मौत हो गई और 36 लोग घायल हो गए। 10 लोग गंभीर रूप से और 26 मामूली घायल हुए।