मुख्यमंत्री ने आदिवासी हित विरोधी गतिविधियों पर जताई चिंता
जयपुर, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजस्थान के वागड़ क्षेत्र में आदिवासी विरोधी गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए सोमवार को आदिवासी समाज से ऐसी गतिविधियों के प्रति सावधान किय। मुख्यमंत्री ने डूंगरपुर जिले के चौरासी विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह की गतिविधियों में सरकारी कर्मचारियों की भी मिलीभगत है। शर्मा ने कहा कि कुछ लोग आदिवासी भाई-बहनों को बहला फुसलाकर के गलत रास्ते पर ले जाना चाहते हैं।
उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर कहा, आदिवासी हितों के विरोधी लोगों की गतिविधियाँ हमसे छुपी नहीं है। हमें पता है कि यहाँ से योजना बनाकर लोगों को दूसरे स्थान पर भेजा जाता है और वहाँ से ब्रेनवाश कर वापस लाया जाता है। शर्मा ने आदिवासी विरोधी गतिविधियों में कथित तौर पर शामिल सरकारी कर्मचारियों को चेताते हुए कहा, मेरा सीसीटीवी कैमरा सभी जगह लगा हुआ है, जो मेरे आदिवासी भाइयों तथा युवाओं को बरगलाने का काम करेगा और सरकार से तनख्वाह भी लेगा, तो ये मैं नहीं होने दूंगा। उन्होंने मौजूद लोगों से कहा, आप संभलिए, ये वो लोग हैं, जो सरकारी नौकरी भी कर रहे हैं और आपके बच्चों को दूसरे स्थानों पर भेजने का काम कर रहे हैं। ऐसे लोगों से सावधान रहने की आवश्यकता है। क्योंकि इनको पता है कि अगर आदिवासी भाइयों के बेटे-बेटियाँ पढ़ जाएँगी तो इनको कोई पूछने वाला नहीं है। ये भावनाओं को भड़का कर अपना काम सीधा करना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समाज के लिए हमारी सरकार और हमने हमेशा से काम किया है। वागड़ क्षेत्र में आदिवासी बहुल डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिले आते हैं। मुख्यमंत्री ने डूंगरपुर के सांसद राजकुमार रोत और उनकी पार्टी भारत आदिवासी पार्टी के अन्य नेताओं पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें क्षेत्र के विकास की कोई चिंता नहीं है।(भाषा)