सीएम ने नए शिक्षकों को सौंपे नियुक्ति पत्र
हैदराबाद, मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने डीएससी – 2024 के माध्यम से नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान करते हुए कहा कि शिक्षक भावी तेलंगाना के निर्माता हैं और तेलंगाना के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना तथा उन्हें उत्कृष्ट बनाना शिक्षकों की ज़िम्मेदारी है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने ने एलबी स्टेडियम में एक विशेष कार्यक्रम में भाग लेकर नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। उन्होंने तेलंगाना में शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक बच्चों के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और इस भर्ती के साथ ही सरकार अपनी शिक्षा प्रणाली को मज़बूत कर रही है। उन्होंने नव नियुक्त शिक्षकों को अपने पेशे के प्रति समर्पित होने और भावी पीढ़ियों के विकास में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में पूर्व मुख्यमंत्री को निशाना बनाते हुए कहा कि राज्य में एक व्यक्ति को दो बार मुख्यमंत्री बनाया गया, लेकिन बेरोजगारी की समस्या का समाधान नहीं हुआ। डीएससी अधिसूचना जारी करने में तीन साल की देरी की गयी, जबकि कांग्रेस ने वादा किया था और सरकार ने वादा पूरा किया है। सत्ता में आने के 90 दिनों के भीतर 30,000 नियुक्ति पत्र सौंपे गये हैं। डीएससी अधिसूचना के 65 दिनों के भीतर 10,006 शिक्षक भर्ती करायी गयी है।
रेवंत ने कहा कि तेलंगाना के पुनर्निर्माण में सरकारी स्कूलों की भूमिका अहम है। राज्य में 34 हजार शिक्षकों का तबादला और 21 हजार शिक्षकों को उन्नत किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य के 30 हजार निजी स्कूलों में 2.4 लाख बच्चे पढ़ रहे हैं, जबकि 10 हजार सरकारी स्कूलों में 34 लाख बच्चे शिक्षारत हैं। उन्होंने शिक्षकों से पूछा कि मंच पर अधिकतर नेता सरकारी स्कूल में पढ़े हैं, लेकिन आज सरकारी स्कूल में भेजे जाने पर शर्मिंदगी महसूस करने का विचार पैदा होने के लिए कौन जिम्मेदार हैं, इस पर सोचना होगा। सरकार सरकारी स्कूलों में बेहतर बुनियादी ढांचा उपलब्ध करा रही है। प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में 25 एकड़ जमीन पर 125 करोड़ रुपये की लागत से यंग इंडिया आवासीय विद्यालय स्थापित किये जा रहे हैं। 11 अत्तूबर से इस पर काम शुरू किया जा रहा है। आईटीआई को उन्नत किया जा रहा है। तेलंगाना में हर साल 1 लाख 10 हजार छात्र इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर रहे हैं। उनके लिए नौकरी की दिक्कतों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
रेवंत ने राजनीतिक रूप से हल्ला बोलते हुए कहा कि प्रेतात्मा ने शिक्षकों की नौकरियां रोकने की कोशिश की है। वे शिक्षकों को खुश देखकर दुखी हैं। उन्होंने परिवार के अलावा गरीब युवाओं को नौकरी देने के बार में विचार नहीं किया। आज का कार्यक्रम न हो इसके लिए भी साजिशें की गयीं। उन्हें कहा कि जिन लोगों ने 10 साल तक शासन किया, वे हमारी 10 महीने की सरकार को गिराना चाह रहे हैं, लेकिन तेलंगाना की जनता उन्हें यह मौका नहीं देगी। अवसर पर मंत्रिमंडल के सदस्य भट्टी विक्रमार्का, पोन्नम प्रभाकर एवं अन्य मंत्री उपस्थित थे।