कांग्रेस और बीजेपी दोनों चोर-चोर मौसेरे भाई : केटीआर

हैदराबाद, कांग्रेस पार्टी के सत्तासीन होकर आगामी दिसंबर में एक वर्ष पूरा होने का परोक्ष रूप से भारत राष्ट्र समिति (भारास) के कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व मंत्री के तारक रामाराव ने इशारा किया। उन्होंने कहा कि कुर्सी के लिए जनता से मनमाने वादे कर सत्ता में आते ही केवल 100 दिनों में वादों को पूरा करने का आश्वासन देकर धोखा देने वाली इस सरकार का कुछ ही दिनों में वार्षिक श्राद्ध किए जाने की परिस्थितियाँ निर्मित हो चुकी हैं।

केटीआर ने आदिलाबाद में रैतु महाधरना को संबोधित करते हुए कांग्रेस सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की भी कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों चोर-चोर मौसेरे भाई हैं। ऊपर से दोनों एक-दूसरे का विरोध करते हैं, लेकिन अंदरखाने मित्र हैं। उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का नाम लेते हुए कहा कि वह कहते हैं कि चौकीदार चोर है, तो मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी कहते हैं मोदी मेरे बड़े भाई हैं। राहुल गांधी आडाणी को फ्रॉड (धोखेबाज) बताते हैं, तो रेवंत रेड्डी दोस्त। उन्होंने कहा कि इन चोरों (कांग्रेस व भाजपा) से तेलंगाना को बचाना केवल केसीआर से संभव होगा। उन्होंने उद्योगपति गौतम आडाणी की आलोचना करते हुए कहा कि दरअसल सीमेंट कॉर्पोरेशन आफ इंडिया के अलावा बेल्लमपल्ली, आदिलाबाद, सिंगरेणी पर आडाणी की नजर है। उन्होंने कहा कि नलगोंडा जिले के रामन्नापेट के पास आडाणी द्वारा सीमेंट फैक्ट्री स्थापित किए जाने के प्रयास किए गए, लेकिन वहाँ की जनता ने फैक्ट्री के विरोध में रैली निकाली। उन्होंने सरकारी कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि कानून के अनुसार चलें, वरना बीआरएस के सत्ता में आने के बाद ब्याज के साथ चुकाना पड़ेगा। वहीं किसानों विशेषकर जनता से कहा कि यदि कोई परेशान या ज्यादति करे, तो उसका नाम लिखकर रख लें। सत्ता में आने के बाद ब्याज के साथ वसूला जाएगा।

केटीआर ने महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनावों की याद दिलाते हुए कहा कि तेलंगाना में कांग्रेस सरकार ने जो धोखा दिया है, इसे महाराष्ट्र की जनता को जाकर बताएँ। उन्होंने बीआरएस का अर्थ भारत रैतुला समिति (भारत किसान समिति) बताते हुए कहा कि किसी किसान को जेल जाने की जरूरत नहीं है। बस बीआरएस को ताकत दें। किसान के बदले बीआरएस नेता व कार्यकर्ता जेल जाने तैयार हैं। उन्होंने कहा कि रैतु बीमा, रैतु भरोसा, ऋण माफी योजना अमल करने तक आंदोलन जारी रहेगा। बीआरएस किसानों के पक्ष में आंदोलन करती रहेगी। उन्होंने केंद्र सरकार पर तेलंगाना के कपास किसानों के साथ उपेक्षित रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि गुजरात में कपास का दाम प्रति क्विंटल 8,800 रुपये दिया जा रहा है। गुजरात के लिए एक नीति और तेलंगाना के लिए अलग कैसे हो सकती है? उन्होंने केंद्र सरकार से तेलंगाना में भी कपास पर गुजरात की भांति दरें देने की माँग की।

केटीआर ने कांग्रेस सरकार से वादे के अनुसार किसानों के 2 लाख रुपये तक के सारे कर्ज एकमुश्त माफ करने, रैतु भरोसा के तहत 1500 हजार रुपये राशि बंटाई किसानों सहित सभी किसानों को देने, गुजरात की तर्ज पर तेलंगाना के किसानों को भी कपास पर न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल 8,800 रुपये देने, धान पर प्रति क्विंटल 500 रुपये बोनस देने की माँग की।

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