किसानों की पीठ में कांग्रेस सरकार ने भोंका छुरा : किशन रेड्डी
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हैदराबाद, केंद्रीय कोयला, खान मंत्री व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी ने कांग्रेस सरकार पर किसानों से किए गए वादे निभाने में घोर विफल होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जनवरी के दूसरे सप्ताह में भाजपा किसान मोर्चा द्वारा सभी जिलाधीश कार्यालयों, मंडल व तहसीलदार कार्यालयों में ज्ञापन सौंपकर विरोध जताया जाएगा, क्योंकि यह सरकार आस दिखाकर किसानों की पीठ में छुरा भोंक रही है।
भाजपा मुख्यालय श्यामाप्रसाद मुखर्जी भवन में मीडिया को संबोधित करते हुए किशन रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना में किसानों की परिस्थिति काफी दयनीय है। पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव परिवार व बीआरएस नेताओं ने तेलंगाना को जी भरकर लूटा था। अब सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार व नेता लूटने पर तुले हैं। उन्होंने कहा कि रैतु भरोसा योजना पर अमल को लेकर कांग्रेस सरकार अनेकों बहाने बनाकर किसानों के साथ खिलवाड़ कर रही है। सरकार के पास किस गाँव में कितने किसान, कितनी एकड़ पर कौनसी फसल उगाते हैं, बंटाई किसान व खेत मजदूर कितने हैं, सभी रिकॉर्ड मौजूद हैं। फिर भी कांग्रेस सरकार रैतु भरोसा योजना के लिए किसानों से आवेदन करने के लिए कह रही है। इसकी भाजपा कड़ी निंदा करती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को गत केसीआर सरकार ने अमल नहीं किया, अब 13 माह से सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार भी लागू नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सरकार किसानों के हितों को ध्यान में रखकर काम कर रही है और तेलंगाना को हर वर्ष यूरिया पर 33 हजार करोड़ रुपये तक की रियायत (सब्सिडी) दी जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद किसानों के जीवन में परिवर्तन लाने का वादा किया था, लेकिन अब कांग्रेस नेताओं के जीवन में परिवर्तन दिखाई देने लगा है। किशन रेड्डी ने कहा कि गत में यूरिया के लिए किसानों को कतारें लगानी पड़ती थी, पुलिस लाठी चार्ज का सामना करना पड़ता था, लेकिन मोदी सरकार में पर्याप्त यूरिया उपलब्ध है। जब चाहे यूरिया किसान के लिए उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 1 जनवरी को किसान हित में कई निर्णय लिए हैं। इसके अंतर्गत किसानों पर विश्व में उत्पन्न राजनीतिक संकटों, युद्ध के वातावरण व आर्थिक मंदी के कारण बढ़े यूरिया के दामों का भार वहन न करना पड़े इसके लिए 2,503 रुपये वाला यूरिया का थैला (45 किलो) 2,236 रुपये सब्सिडी देकर किसान को मात्र 267 रुपये में देने का निर्णय लिया। इसी प्रकार डीएपी का थैला (50 किलो) जिसकी दर 3,771 रुपये है, पर 2,422 रुपये सब्सिडी देकर किसान को केवल 1,311 रुपये में देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि वन नेशन-वन यूरिया के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा भारत ब्रांड नाम से जारी यूरिया के थैले पर जो दर प्रिंट है, उससे एक रुपया भी यदि कोई अधिक वसूलेगा, तो शिकायत मिलने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। अवसर पर भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष कोंडापल्ली श्रीधर रेड्डी, पूर्व सांसद बी.बी. पाटिल, आधिकारिक प्रवक्ता रानी रुद्रमा देवी, वेकंट रेड्डी, अमरनाथ व अन्य उपस्थित थे।