कांग्रेस को प्रजातंत्र व नैतिकता का हवाला देने का कोई अधिकार नहीं : किशन रेड्डी
हैदराबाद, केंद्रीय कोयला, खान मंत्री व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी ने लोकसभा में विपक्षी नेता राहुल गांधी की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि राहुल जिस प्रकार विदेशों में जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जहर उगलकर बदनामी करते हैं, देश की संसदीय, न्यायिक, चुनावी, रक्षा व्यवस्था जैसी संस्थाओं की खिल्ली उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ते, ऐसी पार्टी को प्रजातंत्र व नैतिकता का हवाला देने का कोई अधिकार नहीं है।
भाजपा मुख्यालय श्यामाप्रसाद मुखर्जी भवन में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की शत जयंती पर आयोजित श्रृद्धाजंलि कार्यक्रम के तहत अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद आयोजित सुशासन सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी ने कहा कि वर्तमान राजनीतिक नेताओं के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन आदर्श है। वाजपेयीजी ने नैतिक मूल्यों व सिंद्धांतो के साथ कभी समझौता नहीं किया। देश के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
उन्होंने कहा कि लोकसभा में वाजपेयीजी के भाषण को सभी दलों के नेता ध्यान से सुनते थे। इतना ही नहीं उनकी जनसभा में जनता भी स्वैच्छिक रूप सुनने आती थी। उन्होंने आलोचना करते हुए कहा कि आज अंबेडकर के नाम की बेशर्मी से दुहाई दे रही कांग्रेस पार्टी ने उनका अपमान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। अंबेडकरजी को कैबिनेट मंत्री से इस्तीफा देने तक को मजबूर किया गया। उन्होंने अटल सरकार द्वारा लाल बहादुर स्टेडियम में प्रारंभ की गई वाल्मिकि अंबेडकर आवास योजना (वाम्बे) का उल्लेख करते हुए कहा कि बाद में आई कांग्रेस सरकार ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया। पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव सरकार ने भी वाम्बे योजना के तहत कुछ आवास निर्मित किए, लेकिन नाम के वास्ते। उन्होंने कहा कि अमीरों के पास क्रेडिट कार्ड हुआ करते थे, लेकिन अटल सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड सुविधा किसानों को दी, 77 हजार करोड़ रुपये खर्च से स्वर्ण चतुर्भुज परियोजना के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग (नेशनल हाईवे) निर्माण किया। उन्होंने पार्टी को मजबूत बनाने का भाजपाईयों से आह्वान किया। साथ ही पोलिंग बूथ स्तर पर हर कार्यकर्ता को पार्टी के लिए मेहनत करने का जोर दिया।
रेवंत रेड्डी कांग्रेस का इतिहास जान लें : लक्ष्मण
भाजपा संसदीय बोर्ड सदस्य व सांसद डॉ. के. लक्ष्मण ने मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी द्वारा मणिपुर में नरसंहार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना को लेकर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में नए-नए आए रेवंत रेड्डी को पार्टी का इतिहास जान लेना चाहिए। देश के विभाजन का मुख्य कारण पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू सरकार ही रही है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्ध के समय भारत की विजय होने के बावजूद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के 93 हजार युद्ध बंदियों को बिना शर्त को रिहा कर दिया था, जिससे कश्मीर की करीब 75 हजार वर्ग किमी भूमि पाकिस्तान के कब्जे में चली गई। उन्होंने वर्ष 1962 में भारत-चीन युद्ध का उल्लेख करते हुए कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार की नाकामी के कारण ही भारत की 42 हजार वर्ग किमी भूमि चीन के कब्जे में चली गई। उन्होंने कहा कि पुलवामा में आतंकी हमले का जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए पाकिस्तान को मुँहतोड़ जवाब दिया, तब कांग्रेस ने सबूत माँगें थे। डॉ. लक्ष्मण ने दलबदलुओं का उल्लेख करते हुए कहा कि राजनीति में रंग बदलने वाले नेताओं को देखकर गिरगिट तक शर्मा रहा होगा। दलबदलुओं ने तेलंगाना को प्रयोगशाला बनाकर रख दिया है।