हरीश राव के यादाद्रि दौरे को लेकर विवाद
हैदराबाद, बीआरएस विधायक व पूर्व मंत्री हरीश राव ने आज यादगिरीगुट्टा स्थित श्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर में दर्शन किए, लेकिन उनका यह दौरा विवादास्पद बन गया। हरीश राव द्वारा लक्ष्मीनरसिम्हा मंदिर में पाप परयश्चित पूजा किये जाने पर धर्मस्व विभाग ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया और अब उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में जुट गया है।
इस मामले को लेकर मंदिर के कार्यकारी अधिकारी ने उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट सौंप दी है। धर्मस्व विभाग की धारा 7 के तहत मंदिर में पाप परयश्चित पूजा करना अपराध माना जाता है। मंदिर ईओ भास्कर राव उच्च अधिकारियों के निर्देश पर हरीश राव के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि हरीश राव ने बीआरएस पार्टी के नेताओं के साथ मिलकर भगवान को साक्षी मानकर निर्धारित समय में ऋण माफ करने के सीएम रेवंत रेड्डी द्वारा किये गये वादे को तोड़ने पर पाप परयश्चित पूजा कार्यक्रम का आयोजन किया। कांग्रेस ने इस मामले को गंभीरता से लिया। कांग्रेस विधायक बिरला अलैया ने खुद कांग्रेस पार्टी के नेताओं के साथ मंदिर शुद्धिकरण के अंतर्गत सड़कों की सफाई की। इस तरह यादाद्रि मंदिर राजनीति का केन्द्र बिन्दु बन गया।
पूर्व मंत्री हरीश राव ने कहा कि उन्होंने किसान ऋण माफी पर रेवंत रेड्डी द्वारा वादा तोड़ने के कारण पाप परयश्चित पूजा की। साथ ही कामना की कि किसानों से किये गये वादे को तोड़ने वाले मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को माफ कर दें। उन्होंने कहा कि अगर कर्ज माफ नहीं करते हैं तो रेवंत रेड्डी को भगवान के कोपभाजन का शिकार होना पड़ेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस कर्ज माफ करने के लिए सरकार पर दबाव बना रही है तो उन पर अवैध मुकदमे दर्ज किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दमन की नीति अपना रही है। उन्होंने कहा कि बीआरएस लोगों की ओर से तब तक लड़ता रहेगी जब तक कर्ज माफी समेत सभी गारंटियों को पूरा नहीं कर दिया जाता। उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव में छह गारंटियों के नाम पर लोगों को ठगा गया। उसके बाद पार्लियामेंट चुनाव में भी उन्होंने देवताओं की निंदा की। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त से पहले कर्ज माफ करने का वादा किया गया था, लेकिन आज तक किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ है। सरकार आज-कल की नीति अपना रही है। इस घटना को लेकर कांग्रेस के एक प्रमुख नेता और सरकारी सचेतक बीर्ला अलैया ने कहा कि बीआरएस नेताओं ने यादाद्रि मंदिर को अपवित्र किया। गुरुवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व मंत्री हरीश राव ने भगवान के सामने राजनीति कर मंदिर को अपवित्र किया। हरीश राव को अपने इस पाप के लिए प्रायश्चित करना चाहिए। उन्होंने इसे हरीश राव की नौटंकी बताया