अपोलो मेडिकल कॉलेज का दीक्षांत समारोह
हैदराबाद, जुबली हिल्स स्थित अपोलो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च में आज एमबीबीएस बैच-2018 के विद्यार्थियों के लिए दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी (एआईजी) के अध्यक्ष और संस्थापक डॉ. डी. नागेश्वर रेड्डी थे। अवसर पर सौ छात्रों को मेडिकल डिग्री प्रदान की गई।
आज यहाँ जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, डॉ. डी. नागेश्वर रेड्डी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि वह केवल चिकित्सक न बनें। वरन समाज को बदलने वाले आदर्श चिकित्सक बनने का प्रयास करें। बड़े सपने देखते हुए उनको हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करें। उच्च लक्ष्य हासिल करने के उपरांत सबसे विनम्र रहें। एक अच्छा चिकित्सक बनने के लिए विनम्रता सबसे महत्वपूर्ण गुण है। साथ ही संवाद कला में भी महारत हासिल करनी चाहिए। सतत सीखने की प्रवृति को अपनाने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि अपने हर काम को जुनून तथा स्मार्ट तरीके से करना चाहिए। स्मार्ट तरीके में कड़ी मेहनत आनंददायक बन जाती है। छात्रों को सफलता के सूत्र देते हुए डॉ. नागेश्वर रेड्डी ने कहा कि चिकित्सा एक अनिश्चित विज्ञान है। जीवविज्ञान कभी भी भौतिकी या रसायन विज्ञान की तरह परिपूर्ण नहीं होता। इसलिए आपको जटिलताओं का सामना करते हुए उन सभी से निपटना होगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विज्ञान, कला तथा सहानुभूति का एक संयोजन है। इस संयोजन को अपनाने से ही एक आदर्श चिकित्सक बना जा सकता है।
दीक्षांत समारोह में सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए चेयरमैन डॉ. प्रताप सी. रेड्डी स्वर्ण पदक सिद्धांत बरमेचा को प्रदान किया गया। जानकारी देते हुए बताया गया कि 2012 में स्थापना के बाद से 700 से अधिक छात्रों ने अपोलो मेडिकल कॉलेज, हैदराबाद से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। कार्यक्रम में अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप की संयुक्त प्रबंध निदेशक डॉ. संगीता रेड्डी, अपोलो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च की सीओओ अपर्णा रेड्डी, डीन डॉ. के. मनोहर सहित छात्र एवं अभिभावक उपस्थित थे।