एनबीएस के ऑनलाइन पाठयक्रम का दीक्षांत समारोह संपन्न
राष्ट्र की आार्थिक प्रगति में प्रबंधन कौशल की भूमिका महत्वपूर्ण: जयेश
हैदराबाद, नेल्सन बिजनेस स्कूल के ऑनलाइन व्यापार प्रबंधन स्नातकों के लिए पहला दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित तेलंगाना सरकार के आईटी, उद्योग और वाणिज्य विभाग के विशेष मुख्य सचिव जयेश रंजन ने 75 विद्याार्थियों को स्नातक प्रमाण-पत्र प्रदान किए।
हैदराबाद स्थित एनबीएस संस्थान के ऑनलाइन पाठयक्रम के स्नातकों में स्थानीय छात्र और केन्या, सोमालिया, सूडान,ख् जिबूती जैसे देशों के विद्यार्थी शामिल थे। अवसर पर जयेश रंजन ने कहा कि अपनी योग्यता में सुधार करने, नौकरी की संभावनाओं को बढ़ाने, पदोन्नत होने और उद्यमशीलता की यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए ऑनलाइन पाठयक्रम काफी लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि व@रियर बदलने के लिए उन्नत शिक्षा परप्त करने वाले कामकाजी पेशेवर भी आगे आ रहे हैं, यह प्रसन्नता की बात है। उन्होंने कहा कि प्रबंधन शिक्षा विभिन्न व्यवसाय और प्रबंधन से संबंधित चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक उपकरण प्रदान करती है।
जयेश रंजन ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत जल्द ही 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। इसी तरह तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अगले 10 वर्षों में तेलंगाना को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की कल्पना की है। इन सपनों को साकार करने के लिए हम सभी को योगदान करने की आवश्यकता है। विशेष रूप से निजी क्षेत्र और आपके नए अधिग्रहीत प्रबंधन कौशल राष्ट्र की आार्थिक प्रगति के लिए रणनीति खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगे। उन्होंने कहा कि आज तेलंगाना न केवल भारतीय कंपनियों के लिए, बल्कि कई वैश्विक कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण केंद्र है। इस उपलब्धि में एक उच्च पेशेवर कार्यबल और प्रतिभा संपन्नन लोगों का योगदान शामिल है।
नेल्सन बिजनेस स्कूल की क्षेत्रीय प्रमुख दिव्या जयरामन ने कहा कि पारंपरिक पाठयक्रमों के लिए दीक्षांत समारोह आम हैं, लेकिन ऑनलाइन पाठयक्रमों के लिए इस तरह के समारोह दुर्लभ हैं। ऑनलाइन पाठयक्रम कामकाजी पेशेवरों के लिए आदर्श रूप से अनुकूल हैं। यहाँ जारी विज्ञप्ति के अनुसार, के. प्रणति और के. साईदीप ने समारोह में अपना स्नातक प्रमाण-पत्र परप्त किया, जो वर्तमान में एक बड़ी आईटी कंपनी में ऑपरेशन मैनेजर के तौर पर काम करते हैं। प्रणति और साईदीप ने बताया कि वह सप्ताहांत पर दो दिन, प्रत्येक दिन तीन घंटे के लिए ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेते थे। कामकाजी पेशेवरों के लिए यह पाठयक्रम बहुत सुविधाजनक हैं। दीक्षांत समारोह से पहले ऑनलाइन शिक्षा शिक्षा के भविष्य पर एक पैनल चर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें विशेषज्ञों ने ऑनलाइन शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया।