एमसीईएमई, सिकंदराबाद का दीक्षांत समारोह आयोजित
हैदराबाद, मिलिट्री कॉलेज ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियरिंग (एमसीईएमई), सिकंदराबाद में 107वाँ दीक्षांत समारोह मनाया गया। समारोह में तकनीकी प्रवेश योजना पाठ्यक्रम-43 के अधिकारियों को बी.टेक. की डिग्री प्रदान की गई।
अवसर पर मुख्य अतिथि भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम), इंदौर के निदेशक प्रो. हिमांशु राय ने दीक्षांत भाषण में कहा कि सैन्य और नागरिक क्षेत्रों में चरित्र, नैतिक नेतृत्व और बौद्धिक दक्षता का अत्यधिक महत्व है। युवा सैन्य अधिकारियों को साहस, विवेक और नवाचार के साथ नेतृत्व करने की क्षमता को मजबूत करना चाहिए। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सशस्त्र बलों की शानदार प्रतिक्रिया का भी विशेष रूप से उल्लेख किया।
एमसीईएमई के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल नीरज वार्ष्णेय, वीएसएम ने सभी उत्तीर्ण अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान और भविष्य की युद्ध रणनीतियों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), ड्रोन, रोबोटिक, मशीन लर्निंग, अनमैन्ड सिस्टम जैसी तकनीकों की भूमिका लगातार बढ़ रही है। जो देश तकनीक में श्रेष्ठ होंगे, वही विश्व का नेतृत्व करेंगे। एमसीईएमई की प्रशिक्षण व्यवस्था अधिकारी को परिचालन और तकनीकी रूप से उत्कृष्ट बनाती है।
एमसीईएमई में शैक्षणिक कार्यक्रम युवा अधिकारियों को आधुनिक सैन्य अभियानों के लिए आवश्यक तकनीकी विशेषज्ञता से लैस करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। समारोह के दौरान 20 अधिकारियों को बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी की डिग्री प्रदान की गई। लेफ्टिनेंट डी. सुभाष को सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर छात्र अधिकारी होने के लिए डीजीईएमई गोल्ड मेडल और जीओसी-इन-सी एआरटीआरएसी ट्रॉफी प्रदान की गयी। लेफ्टिनेंट अभिनव नायर और लेफ्टिनेंट आदर्श कुमार सिंह को मैकेनिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स स्ट्रीम में प्रथम स्थान हासिल करने के लिए कमांडेंट सिल्वर मेडल से सम्मानित किया गया।
अतिथियों ने अधिकारियों द्वारा विकसित नवोन्मेषी तकनीकी प्रॉजेक्ट्स का अवलोकन किया, जो रक्षा क्षेत्र की व्यावहारिक चुनौतियों के समाधान पर केंद्रित थे।
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