साइबर ठगों ने डॉक्टर को 11.11 करोड़ का चूना लगाया
हैदराबाद, ऑनलाइन साइबर ठगी करने वाले साइबर ठगों ने फॉरेक्स ट्रेडिंग की आड़ में बंजारा हिल्स निवासी एक डॉक्टर को 11.11 करोड़ रुपये का चूना लगाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बंजारा हिल्स निवासी 50 वर्षीय डॉक्टर से साइबर ठगों ने फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर गत अगस्त से नवंबर माह तक 34 किश्तों में 11.11 करोड़ रुपये वसूले। अगस्त माह में मित्तल नामक एक व्यक्ति ने शिकायतकर्ता डॉक्टर को व्हॉट्सऐप पर लिंक भेजा। इस लिंक पर भरोसा कर डॉक्टर ने लिंक में बताए गए वेबसाइट में अपना नाम पंजीकृत करवाया। इसके बाद फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए भारतीय मुद्रा को यूएसडीटी नामक क्रिप्टो करेंसी में बदलना होता है। मित्तल ने अपनी पुत्री का परिचय कराते हुए उसे गवाह बनाकर बैंक खातों में फॉरेक्स ट्रेडिंग की आड़ में आरटीजीएस के जरिए नकदी स्थानांतरित कर दी।
स्थानांतरित की गई नकदी के संबंध में साइबर ठगों ने डॉक्टर को वेबसाइट पर करोड़ों रुपये का लाभ भी दिखाया, लेकिन इस लाभ को स्थानांतरित करने का कोई ऑप्शन नहीं दिया। इसके बारे में संपर्क करने पर मित्तल ने उसे बताया कि 3.7 करोड़ रुपये का टैक्स का भुगतान करने पर उसे दिखाया गया लाभ प्राप्त होगा। डॉक्टर ने उससे कहा कि उसके पास केवल दो करोड़ रुपये है, इस पर मित्तल ने कहा कि उसे वह 1.7 करोड़ रुपये का ऋण दिलाएगा। उसके आश्वासन पर डॉक्टर ने दो करोड़ रुपये भी स्थानांतरित कर दिए। इसके बाद उसने कई बार स्थानांतरित रकम प्राप्त करने का प्रयास किया, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। संपर्क करने पर पुन टैक्स भुगतान के लिए कहा गया। इस कारण उसे अहसास हो गया कि वह ठगी का शिकार हो गया है। उसने इस घटना की हैदराबाद साइबर अपराध पुलिस में शिकायत की और इस मामले की जाँच-पड़ताल तेलंगाना साइबर सुरक्षा ब्यूरो को स्थानांतरित कर दी गई।
एक अन्य घटना में साइबर ठगों ने हैदराबाद की 69 वर्षीय विधवा को डिजिटल अरेस्ट का हवाला देकर उसके पास से 5.66 करोड़ रुपये लूट लिए। प्राप्त जानकारी के अनुसार, महिला को गत 13 नवंबर की रात 9.20 बजे साइबर ठगों ने फोन किया और उससे बताया कि वे ट्रॉय संस्था से बात कर रहे हैं। फोन करने वाले ने अपना राहुल कुमार बताया। उसने बताया कि आधार कार्ड के आधार पर उसके पंजीकृत फोन नंबर के जरिए मनी लांड्रिंग और मानव तस्करी का मामला दर्ज़ किया गया। इसके बाद साइबर ठगों ने अपने आपको सीबीआई अधिकारी सौरभ शर्मा और अजय गुप्ता बताते हुए स्काईप के जरिए वीडियो कॉल कर उसे डिजिटल अरेस्ट करने की धमकी दी। उसके अलावा उसकी दो पुत्रियों को भी वीडियो कॉल कर डराया-धमकाया। इसके बाद सीबीआई और आरबीआई के नाम पर फर्जी दस्तावेज भी भेजे।
लगभग 20 दिन तक डरा-धमकाकर साइबर ठगों ने महिला के पास से 14 नवंबर से 3 दिसंबर तक विभिन्न किश्तों में 5,66,51,100 रुपये वसूले। इसके बाद 8 दिसंबर को अजय गुप्ता ने फोन कर दस्तावेजों के साथ नजदीकी सीबीआई कार्यालय जाने के लिए कहा। महिला उसी दिन कोठी स्थित सीबीआई कार्यालय पहुँची, जहाँ उसे पता चला कि वह ठगी का शिकार हो गई है। प्राप्त शिकायत के आधार पर साइबर अपराध पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।