सेवाओं को बेहतर बनाएगी डेटा समीक्षा : राम मोहन नायुडू

हैदराबाद हवाई अड्डे पर शुरू हुआ एआई संचालित डिजिटल ट्विन प्लेटफार्म

हैदराबाद, जीएमआर एयरपोर्ट्स ने हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रीडिक्टिव ऑपरेशंस सेंटर (एपीओसी) को संचालित करने के लिए एआई-समर्थित डिजिटल ट्विन प्लेट़फॉर्म प्रारंभ किया, जिसका उद्घाटन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापू राममोहन नायुडू ने किया। यह नयी व्यवस्था हवाई अड्डे के प्रबंधन और संचालन विशेष रूप से प्लेट़फॉर्म और टर्मिनल संचालन सहित हवाई अड्डे की संपूर्ण चहुमुखी व्यवस्था को एक एकीकृत प्रणाली में बांधने में सहयोगी सिद्ध होगी, जिससे व्यवधानों को कम करने और निर्बाध संचालन सुनिश्चित करने के लिए डेटा का उपयोग किया जा सकेगा।हैदराबाद हवाई अड्डे पर शुरू हुई नयी एआई संचालित ड़ाजिटल ट्विन व्यवस्था के बारे में बताया गया है कि इससे प्लेट़फॉर्म यात्री प्रवाह और सुरक्षा को अनुकूलित करने के लिए वास्तविक समय के विश्लेषण का उपयोग किया जा सकेगा। प्रतीक्षा समय को कम करके और छूटी हुई उड़ानों को कम करके टर्मिनल संचालन में सुधार किया जा सकेगा। वर्चुअल सिमुलेशन, स्मार्ट ट्रैफिक मॉनिटरिंग जैसी सुविधाएँ भी इसमें शामिल हैं।

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापू राममोहन नायडू ने हैदराबाद हवाई अड्डे पर डिजिटल ट्विन के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि बढ़ते हवाई यातायात के लिए हवाई अड्डा प्रबंधन में प्रगति आवश्यक है। यह नई सुविधा भविष्य के हवाई अड्डा परिचालन के लिए मील का पत्थर साबित होगी।इससे कार्यकुशलता बढ़ेगी और परिचालन में सुधार आएगा। दिल्ली हवाई अड्डे पर भी शीघ्र ही ऐसी ही सुविधा उपलब्ध होगी। देश के सभी हवाई अड्डों पर डेटा एनालिटिक्स की सुविधाएँ प्राप्त करने की प्रक्रिया जारी है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वास्तविक समय हवाई अड्डा निगरानी प्रणाली हवाई यात्रा के लिए लागत बचत और बेहतर सुरक्षा प्रदान करती है। हवाई यात्रा को अधिक सुलभ, किफायती और सुविधाजनक बनाने पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि नई सुविधाओं का उद्देश्य यात्रा को और अधिक आसान बनाना होना चाहिए।

हैदराबाद हवाई अड्डे की स्थापना में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की भूमिका की प्रशंसा करते हुए राममोहन नायडू ने कहा कि शमशाबाद हवाई अड्डे की स्थापना में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की भूमिका सराहनीय रही है। नायडू ने हवाई अड्डे के लिए 5,000 एकड़ भूमि अधिग्रहण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका यह प्रयास उस समय एक उल्लेखनीय उपलब्धि थी। चंद्रबाबू नायडू ने ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों की अवधारणा का बीड़ा उठाया और भारत में आईटी क्रांति पर अपना प्रभाव छोड़ा। चंद्रबाबू नायडू अभी भी मानते हैं कि आईटी देश के विकास के पीछे प्रेरक शक्ति है।

राममोहन नायुडू ने देश भर के 24 हवाई अड्डों में डीजे यात्रा प्रौद्योगिकी के उपयोग सहित हवाई अड्डों पर लागू की गई अत्याधुनिक तकनीकों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था पर विमानन के दूरगामी प्रभाव होते हैं। हवाई अड्डा केवल एक परिवहन सुविधा नहीं है, बल्कि यह रोज़गार के स्रोत और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में भी कार्य करता है। मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विमानन क्षेत्र तेज़ी से विकास कर रहा है। पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। तेलंगाना में वरंगल और आंध्र प्रदेश में भोगापुरम हवाई अड्डों को पूरा करने को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि भोगापुरम हवाई अड्डे के जून 2026 तक शुरू होने की उम्मीद है। अगले पांच वर्षों के भीतर भारत में हवाई अड्डों की संख्या बढ़ाकर 50 करने का एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में 50 नए हवाई अड्डों को जोड़ना है। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के भोगापुरम और तेलंगाना के वरंगल में हवाई अड्डों के निर्माण में तेजी लाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भोगापुरम हवाई अड्डा जून 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगा। जीएमआर एयरपोर्ट्स के दक्षिण एशिया के मुख्य नवाचार अधिकारी व कार्यकारी निदेशक एसजीके किशोर ने कहा कि नए एआई-सक्षम डिजिटल प्लेटफॉर्म और एयरपोर्ट प्रिडिक्टिव ऑपरेशन सेंटर (एपीओसी) ने संचालन के आधुनिकीकरण और यात्री संतुष्टि को बढ़ाने में नए मानक स्थापित किए हैं। रीयल-टाइम डेटा और उन्नत एनालिटिक्स को एकीकृत करके दक्षता को बढ़ाया जा सकता है।

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