लोकेश को उपमुख्यमंत्री बनाने की माँग तेज

अमरावती, सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के अंदर मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायुडू के बेटे और मंत्री नारा लोकेश को उपमुख्यमंत्री पद दिए जाने की मांग बढ़ रही है। लोकेश के पास वर्तमान में मानव संसाधन विकास और आईटी विभागें का जिम्मा है, जबकि जनसेना प्रमुख पवन कल्याण चंद्रबाबू नायुडू नीत सरकार में एकमात्र उपमुख्यमंत्री हैं। आंध्र प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष के रघु राम कृष्ण राजू ने कहा कि पार्टी नेताओं के बीच लोकेश को पदोन्नत करने की मांग त़ेज हो रही है।
राजू ने कहा कि जहाँ तक मेरी जानकारी है, तेदेपा कार्यकर्ता पार्टी महासचिव को उपमुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं। यह पार्टी कार्यकर्ताओं की राय है। तेदेपा के एक वरिष् नेता ने कहा कि यदि लोकेश को पवन कल्याण के समकक्ष पद पर पदोन्नत किया जाता है, तो जनसेना को कुछ चिंता हो सकती है, लेकिन अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री को लेना है। उन्होंने यह भी कहा कि समय आने पर लोकेश को पार्टी और सरव ढार दोनें का नेतृत्व करने के लिए तैयार किया जाना चाहिए।
सूत्रों ने कहा कि ऐसी राय है कि लोकेश को उपमुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। यह मांग उनकी देखरेख में हाल ही में चलाए गए सदस्यता अभियान से उपजी है, जिसमें एक करोड़ सदस्य जुड़े। इसके अलावा, अब समय आ गया है कि लोकेश को पार्टी के भावी नेता के तौर पर पेश किया जाए। तेदेपा सूत्रों के अनुसार, पार्टी की आंतरिक बैक के दौरान लोकेश को उपमुख्यमंत्री बनाने पर विचार किया गया, हालांकि नायुडू ने अभी तक इस मामले पर कोई टिप्पणी नही की है। जनसेना नेताओं से उनकी टिप्पणी के लिये फिलहाल संपर्क नही हो सका है। कड़पा जिले के म्यदुकुर में एक बैक में तेदेपा के वरिष् नेता श्रीनिवास रेड्डी ने भी मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायुडू से युवाओं और पार्टी समर्थकें के बीच विश्वास पैदा करने के लिए लोकेश को उपमुख्यमंत्री बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इससे पार्टी का भविष्य उज्ज्वल होगा। वह राज्य में निवेश आकर्षित करने के लिए प्रयासरत हैं। लोगें ने भी इसे स्वीकार किया है।
हाल ही में जारी एक वीडियो में तेदेपा प्रवक्ता महासेना राजेश ने इस बात पर निराशा व्यक्त की कि लोकेश, जिन्होंने राज्य में राजग को सत्ता में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, केवल मंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं और उन्होंने मुख्यमंत्री से उन्हें उपमुख्यमंत्री के पद पर पदोन्नत करने का आग्रह किया। राजेश ने कहा कि अगर उन्हें (लोकेश को) मुख्यमंत्री बनाने में समय लगता है, तो ठीक है। कम से कम यह घोषणा तो कर दीजिए कि अब वह उपमुख्यमंत्री हैं और हर सरकारी दफ्तर में उनकी तस्वीर लगा दीजिए। तेदेपा का भविष्य नारा लोकेश ही हैं। इस बीच, भाजपा नेता लंका दिनकर ने भी लोकेश की राजनीतिक परिपक्वता और प्रशासनिक क्षमता को स्वीकार किया, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि गबंधन के भीतर राजनीतिक निर्णय दलों का विशेषाधिकार बने रहना चाहिए, जब तक कि उनका राज्य या राष्ट्र पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े।