दौड़ने को तैयार हैदराबाद मेट्रो रेल का दूसरा चरण-6 कॉरिडोर पर 32,237 करोड़ खर्च संभावित
हैदराबाद, हैदराबाद में दूसरे चरण की मेट्रो रेल निर्माण परियोजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को लगभग अंतिम रूप दे दिया गया है। कुछ औपचारिकताएं शेष हैं। दूसरे चरण में 6 कॉरिडोर पर लगभग 32,237 करोड़ रुपये की लागत संभावित है। नयी रिपोर्ट में 40 किलोमीटर की फोर्थ सिटी लाइन भी शामिल है। हैदराबाद एयरपोर्ट मेट्रो लिमिटेड (एचएएमएल) के प्रबंध निदेशक एनवीएस रेड्डी ने मेट्रो के दूसरे चरण के कॉरिडोर के संरेखण, मुख्य विशेषताओं, स्टेशन स्थानों आदि के बारे में बताते हुए एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की है। दूसरे चरण में पुराने शहर की मेट्रो पर लगे इस प्रश्न चिन्ह को भी स्पष्ट किया गया है कि इसकी लागत कौन वहन करेगा। प्रबंध निदेशक ने कहा है कि दूसरे चरण को पूर्ण रूप से केंद्र और राज्य के संयुक्त उद्यम के रूप में निर्मित किया जाएगा।
एनवीएस रेड्डी ने बताया कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हाल में नागरिक प्रशासन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मेट्रो रेल चरण दो डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) की तैयारी की प्रगति की समीक्षा की थी। उनके सुझावों के बाद रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सभी कॉरिडोर के लिए एचएएमएल एचएमडीए द्वारा हैदराबाद महानगर क्षेत्र के लिए तैयार की जा रही व्यापक गतिशीलता योजना (सीएमपी) की यातायात अध्ययन रिपोर्ट के प्राप्त होने के बाद आवश्यक सुझाव समायोजित किये जाएंगे और डीपीआर भारत सरकार के अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीएम की पहली समीक्षा बैठक में निर्णय लिया गया था कि शमशाबाद हवाई अड्डे तक पहुंचने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 44 (बेंगलुरु राजमार्ग) पर आरामघर और नए उच्च न्यायालय के स्थान के माध्यम से एयरपोर्ट मेट्रो संरेखण को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने विभिन्न पेशेवरों के साथ गहन चर्चा के बाद मेट्रो चरण दो के अंतर्गत कॉरिडोर की व्यापक रूपरेखा को मंजूरी दी है। इसमें चौथा कॉरिडोर नागोल से आरजीआईए (एयरपोर्ट कॉरिडोर) 36.6 किमी, पांचवा कॉरिडॉर रायदुर्ग – कोकापेट नियोपोलिस 11.6 किमी, छठा कॉरिडोर एमजीबीएस – चंद्रयानगुट्टा (ओल्ड सिटी कॉरिडोर) 7.5 किमी, सातवाँ कॉरिडॉर मियाँपुर-पठनचेरु 13.4 किमी, आठवां कॉरिडॉर एलबी नगर-हयात नगर 7.5 किमी और नौवां कॉरिडोर आरडीएआई- फोर्थ सिटी (स्किल यूनिवर्सिटी) 40 किमी शामिल है। दूसरे चरण की कुल लंबाई 116.2 किलोमीटर की होगी।
एयरपोर्ट मेट्रो कॉरिडोर नागोल से शमशाबाद हवाई अड्डे तक एलबी नगर, करमनघाट, ओवैसी अस्पताल, डीआरडीओ, चंद्रयानगुट्टा, मैलारदेवपल्ली, आरामघर, न्यू हाई कोर्ट और एनएच 44 पर शमशाबाद जंक्शन के माध्यम से लगभग 36.6 किलोमीटर की लंबाई को कवर करता है। यह एयरपोर्ट लाइन क्रमश नागोल, एलबी नगर और चंद्रयानगुट्टा में सभी मौजूदा मेट्रो लाइनों से जुड़ी होगी। 36.6 किलोमीटर की कुल लंबाई में से 35 किलोमीटर एलिवेटेड और 1.6 किलोमीटर भूमिगत है, जिसमें 24 मेट्रो स्टेशन होंगे जिनमें एक एयरपोर्ट स्टेशन भूमिगत होगा।
रायदुर्ग मेट्रो स्टेशन से जैव विविधता जंक्शन, ख्वाजागुडा रोड, नानकरामगुड़ा जंक्शन, विप्रो सर्कल, फाइनांशियल डिस्ट्रिक्ट और कोकापेट नियोपोलिस तक ब्लू लाइन के विस्तार के रूप में बनाया जा रहा है। यह लगभग 8 स्टेशनों के साथ एक पूर्ण एलिवेटेड कॉरिडोर होगा।
ओल्ड सिटी मेट्रो एमजीबीएस से चंद्रयानगुट्टा तक ग्रीन लाइन के विस्तार के रूप में बनाया जा रहा है। एमजीबीएस से यह 7.5 किमी की लाइन पुराने शहर में मंडी रोड के माध्यम से दारुलशिफा जंक्शन, शाहअलीबंडा जंक्शन और फलकनुमा तक होगा। हालांकि गलियारा सालारजंग संग्रहालय और चारमीनार से 500 मीटर की दूरी पर है, लेकिन इन नामों को उनके ऐतिहासिक महत्व के कारण स्टेशन के नाम के रूप में बरकरार रखा गया है। सड़क जो वर्तमान में दारुलशिफा जंक्शन से शाह अलीबंडा जंक्शन के बीच 60 फीट है और शाह अलीबंडा जंक्शन से चंद्रयानगुट्टा तक 80 फीट है, इसे समान रूप से 100 फीट तक चौड़ा किया जा रहा है। स्टेशन स्थलों पर सड़क को 120 फीट तक विस्तारित किया जाएगा। सड़क विस्तारीकरण और मेट्रो अलाइनमेंट में करीब 1100 संपत्तियां प्रभावित हो रही हैं। 400 प्रभावित संपत्तियों के लिए अधिसूचनाएं पहले ही जारी की जा चुकी हैं और शेष पर काम चल रहा है। इस मार्ग में लगभग 103 धार्मिक, ऐतिहासिक धरोहर और अन्य संवेदनशील संरचनाएं हैं और उन सभी को उपयुक्त इंजीनियरिंग समाधान और मेट्रो स्तंभ स्थानों के समायोजन के माध्यम से बचाया जा रहा है। यह पूरी तरह से एलिवेटेड मेट्रो कॉरिडोर है, जिसमें लगभग 6 स्टेशन हैं।
मुंबई राजमार्ग पर रेड लाइन के विस्तार के रूप में मौजूदा मियाँपुर मेट्रो स्टेशन से शुरू होकर पठनचेरु तक की यह 13.4 किमी लाइन एल्विन एक्स रोड, मदीनागुड़ा, चंदानगर, बीएचईएल और आईसीआरआईएसएटी जैसे महत्वपूर्ण स्थलों से गुज़रेगी और इसमें लगभग 10 स्टेशन होंगे।
विजयवाड़ा राजमार्ग पर एलबी नगर की ओर से रेड लाइन के विस्तार के रूप में एलबी नगर से हयात नगर तक 7.1 किलोमीटर का यह कॉरिडोर चिंतलकुंटा, वनस्थलीपुरम, ऑटो नगर और आरटीसी कॉलोनी तक पूर्ण रूप से एलिवेटेड कॉरिडोर में 6 स्टेशन होंगे। एनवीएस रेड्डी ने बताया कि आगामी दो सप्ताह के भीतर इन सभी कॉरिडोर के लिए डीपीआर को राज्य सरकार और भारत सरकार की मंजूरी के लिए अग्रेषित किया जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार हवाई अड्डे से मानसनपल्ली रोड के माध्यम से फोर्थ सिटी तक मेट्रो कनेक्टिविटी की योजना बनाई जा रही है। इसमें पेद्दा गोलकुंडा एक्जिट और राविरियाला एक्जिट के बीच ओआरआर को जोड़ कर योजना बनाई जा रही है। इस लाइन की लंबाई शमशाबाद हवाई अड्डे से कौशल विश्वविद्यालय तक लगभग 40 किमी होगी। इसमें हवाई अड्डा क्षेत्र के भीतर लगभग 2 किमी भूमिगत हिस्सा होगा। लगभग 20 किमी एलिवेटेड मार्ग और लगभग 18 किमी का सड़क स्तरीय भाग होगा। ओआरआर राविरियाला एक्जिट से कौशल विश्वविद्यालय तक 18 किमी के एट ग्रेड में नई ग्रीन फील्ड 300 फीट सड़क का निर्माण भी किया जाएगा। इस रिपोर्ट को कुछ महीनों के बाद अलग से भारत सरकार की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। संपूर्ण परियोजना पर लगभग 32,237 करोड़ रुपये ख़र्च होने की उम्मीद है, जिसमें फोर्थ सिटी मेट्रो कनेक्टिविटी के लिए लगभग 8,000 करोड़ रुपये निर्धारित हैं, जबकि पूर्व निर्धारित लाइनों पर 24,237 करोड़ रुपये की लागत का आकलन किया गया है। इस परियोजना को अन्य भारतीय शहरों में अन्य मेट्रो रेल परियोजनाओं की तरह तेलंगाना सरकार और भारत सरकार की संयुक्त उद्यम परियोजना के रूप में लागू करने का प्रस्ताव है।
उल्लेखनीय है कि अंतिम रिपोर्ट के लिए नागरिक प्रशासन एवं शहरी विकास के मुख्य सचिव सचिव एम. दाना किशोर, मुख्यमंत्री के विशेष सचिव बी. अजीत रेड्डी, हम्डा आयुक्त सरफराज अहमद, जीएचएमसी आयुक्त आम्रपाली काटा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने गहन चर्चा सत्रों में भाग लिया।