बिहार में लाभ लेने के लिए तेलंगाना में बीसी आरक्षण का ड्रामा : लक्ष्मण
हैदराबाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ओबीसी मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद डॉ. के. लक्ष्मण ने बीसी रिजर्वेशन को लेकर हाईकोर्ट की लगाई गई रोक का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी सरकार की कड़ी आलोचना की और कहा कि दरअसल मुख्यमंत्री ने बिहार चुनाव में राजनीतिक लाभ लेने के उद्देश्य से सांसद राहुल गांधी के दबाव में आकर तेलंगाना में बीसी रिजर्वेशन का ड्रामा खेला है।
भाजपा मुख्यालय श्यामाप्रसाद मुखर्जी भवन में मीडिया को संबोधित करते हुए भाजपा सांसद डॉ. लक्ष्मण ने कहा कि बीसी आरक्षण को लेकर कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ चुका है और हाईकोर्ट की रोक के बाद फिर से स्पष्ट हुआ है कि कांग्रेस और मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को बीसी आरक्षण के प्रति कोई प्रतिबद्धता नहीं है। उन्होंने कहा कि दरअसल कांग्रेस सरकार यह दिखाना चाह रही थी कि बीसी आरक्षण को लेकर सरकार ने तो पूरा प्रयास किया, परंतु हाईकोर्ट ने रोक लगा दी।
बीसी रिजर्वेशन पर कांग्रेस की असफलता
लक्ष्मण ने कहा कि बिहार में पिछडा वर्ग भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पक्ष में खडा है सभी सर्वेक्षण राजग की जीत तय बता रहे है इसी डर से राज्य में बीसी रिजर्वेशन का ड्रामा खेला गया है। उन्होंने पिछड़ा वर्ग से आह्वान किया कि अपने अधिकार पाने के लिए आंदोलन करें, भाजपा साथ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार को पता था कि बीसी रिजर्वेशन का मुद्दा न्याय समीक्षा के लिए जाएगा और यह न्याय समीक्षा में नहीं टिकेगा, फिर भी कांग्रेस ने सतर्कता नहीं बरती।
इसकी जिम्मेदारी पूरी कांग्रेस की है। उन्होंने मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी से प्रश्न किया कि कांग्रेस ने कामारेड्डी डिक्लेरेशन में पिछडा वर्ग से वादा किया था कि सत्ता में आते ही बीसी सबप्लान पर अमल करेंगे क्यों लागू नहीं किया गया इसके लिए कौनसी अदालत ने सरकार को रोका है बताएं? उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस बीसी वर्ग के प्रति कटिबद्ध होती तो चुनाव के पहले जो कामारेड्डी डिक्लेरेशन में वादे 100 दिनों में पूरे करने के लिए किए गए थे, 22 महीनों के बावजूद क्यों पूरे नहीं किए गए?
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बीसी वर्ग पर बीआरएस की विफलता और भाजपा का आरोप
लक्ष्मण ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि हाईकोर्ट में जज द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर तक एडवोकेट जनरल अभिषेक मनु सिंघवी दे नहीं पाए, बल्कि सरकार से पूछकर बताएंगे, कहा। उन्होंने कहा कि यदि सरकार के अधिवक्ताओं को ही जानकारी नहीं है तो यह जाना जा सकता है कि बीसी वर्ग के प्रति सरकार कितनी लापरवाह है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की भी आलोचना करते हुए कहा कि बीजेपी की आलोचना कर रही बीआरएस को भाजपा की आलोचना का कोई अधिकार नहीं है।
लक्ष्मण ने कहा कि पूर्व बीआरएस सरकार ने भी बीसी वर्ग के साथ धोखा किया था इसलिए गत चुनाव में बीआरएस को लोकसभा में एक भी सीट पर जीत नहीं मिली। अब यह पार्टी राजनीतिक रूप से अस्तित्व खोने की कगार पर है। उन्होंने कहा कि बीआरएस अब राजनीतिक रूप से खड़ा होने के लिए बीसी वर्ग के लिए मगर के आंसू टपका रही है। उन्होंने कहा कि बीआरएस जब सत्ता में थी तब मंत्री पदों पर बीसी वर्ग को स्थान देना हो या नॉमिनेटेड पदों में नियुक्ति में, कहीं पर भी न्याय नहीं किया गया।
ऐसे में बीआरएस का बीजेपी की आलोचना करना शैतान के मुख से वेदमंत्र बोलने जैसा है। अवसर पर प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष टी. वीरेंदर गौड़, प्रदेश मुख्य आधिकारिक प्रवक्ता एन. वी. सुभाष, भाजयुमो अध्यक्ष गणेश कुंदे आदि उपस्थित थे।
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