केटीआर को ईडी का नया समन
हैदराबाद, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के नेता के. टी. रामा राव को धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए 16 जनवरी को तलब किया है, क्योंकि वे मंगलवार को पूछताछ के लिए उपस्थित नही हुए। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। ईडी की जाँच फरवरी 2023 में हैदराबाद में आयोजित फॉर्मूला-ई रेस के दौरान कथित भुगतान अनियमितताओं से जुड़ी है।
सूत्रों ने कहा कि रामा राव (48) को सात जनवरी को पेश होने के लिए कहा गया था। हालांकि उन्होंने गवाही देने के लिए दो सप्ताह का समय मांगा जिसके बाद उन्हें 16 जनवरी को पेश होने को कहा गया।ईडी ने तेलंगाना पुलिस भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की शिकायत का संज्ञान लेते हुए धन शोधन निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत हाल में प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) या प्राथमिकी दर्ज की थी। सूत्रों ने बताया कि वरिष् आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी अरविंद कुमार और सेवानिवृत्त नौकरशाह तथा हैदराबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एचएमडीए) के पूर्व मुख्य अभियंता बी एल एन रेड्डी को क्रमश: नौ जनवरी और आ जनवरी के लिए नया समन जारी किया गया है।केटीआर के खिलाफ जाँच पिछले साल फरवरी में पिछली सरकार के दौरान हैदराबाद में फॉर्मूला-ई रेस आयोजित करने के लिए लगभग 55 करोड़ रुपये के कथित भुगतान से संबंधित है।
किसी भी तरह की जाँच का सामना करने के लिए तैयार : केटीआर
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामाराव ने स्पष्ट किया कि सीएम रेवंत रेड्डी द्वारा उनके खिलाफ दर्ज किये जा रहे अवैध मामलों का संवैधानिक और न्यायिक रूप से सामना करने के लिए उनके पास मौजूद हर अधिकार का उपयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीआरएस का ध्यान किसानों पर है, जबकि कांग्रेस का ध्यान फॉर्मूला ई रेस पर है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह किसी भी तरह की जाँच का सामना करने के लिए तैयार है, क्योंकि उन्होंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया।
केटीआर ने आज रात नंदी नगर स्थित अपने आवास पर पार्टी नेताओं के साथ पत्रकारों से बात करते हुए रेवंत रेड्डी सरकार की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि जब बीआरएस ने फॉर्मूला ई-रेस पर विधानसभा में चर्चा करने की माँग की थी, तब सीएम रेवंत रेड्डी क्यों पीछे हट गए थे। अब भी वह पूछ रहे हैं कि यदि रेवंत रेड्डी में हिम्मत है, तो जुबली हिल्स आवास पर इस पर लाइव चर्चा का आयोजन करें, वह अवश्य आएँगे। उन्होंने कहा कि आज उच्च न्यायालय में केवल क्वाश पिटीशन खारिज की गयी। इसे लेकर कांग्रेस नेता काफी खुश हैं, मानो केटीआर को मौत की सजा सुनाई गई हो। उन्होंने बताया कि क्वाश पिटीशन खारिज किये जाने को लेकर वह उच्चतम न्यायालय जाएँगे। वहाँ पर भी कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि कानून का पालन करने वाले नागरिक के रूप में वह एसीबी सुनवाई के लिए गये, लेकिन उन्हें वकीलों के साथ नहीं आने के लिए कहा गया। हाल में पट्नम नरेंदर रेड्डी को काफी प्रताड़ित किया गया। इसलिए वह वकीलों की उपस्थिति में सुनवाई करने के लिए कल उच्च न्यायालय जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ कांग्रेसी मंत्री जज बनते हुए सज़ा दे रहे हैं। ट्रायल मीडिया में, सचिवालय में व मंत्रियों की पेशी में नहीं होगा। मुकदमा अदालतों में चलता है। उन्होंने दोहराया कि फॉर्मूला ई रेस में एक रुपये का भ्रष्टाचार नहीं हुआ। तेलंगाना की छवि को बढ़ाने और हैदराबाद को न केवल भारत में, बल्कि विश्व मानचित्र पर महानगरीय शहर बनाने का प्रयास किया। फॉर्मूला ई रेस का आयोजन हैदराबाद को भविष्य में सभी इलेक्ट्रिक वाहनों का केंद्र बनाने के लिए काफी सोच-समझकर लिया गया निर्णय है। यदि उच्च न्यायालय वकीलों के साथ सुनवाई की अनुमति देता है, तो वह 9 जनवरी को एसीबी की सुनवाई में और 16 जनवरी को ईडी की सुनवाई में शामिल होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और कांग्रेस अलग नहीं हैं, दोनों एक ही हैं। बीजेपी आज कांग्रेस के लिए सुरक्षा कवच की तरह काम कर रही है। उन्होंने सवाल किया कि क्या तेलंगाना में कोई राजनीतिक दल है, जिसे इलेक्टोरल बांड्स प्राप्त नहीं हुए। इस बात को लेकर कांग्रेस नेता केवल बीआरएस पार्टी की आलोचना कर रहे हैं।
केटीआर ने कहा कि ध्यान भंग करने और धोखा देने में कांग्रेस माहिर है। पिछले एक वर्ष से फोन टैपिंग, कालेश्वरम, जनवाड़ा, हैद्रा के नाम पर नाटक करते हुए रेवंत रेड्डी सरकार समय बिता रही है। राज्य में 70 लाख किसान रैतु भरोसा के लिए पिछले एक वर्ष से इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके समर्थन में जिलों से बीआरएस नेता व कैडर आ रहे हैं। उन्होंने पार्टी नेताओं को किसानों के साथ न्याय होने तक लड़ने को कहा। साथ ही छह गारंटियों को लेकर भी लड़ने का सुझाव दिया।