चुनाव आयोग ने जुबली हिल्स विधानसभा उपचुनाव का किया ऐलान

हैदराबाद, केंद्रीय चुनाव आयोग (ECI) ने तेलंगाना की बिहार विधानसभा चुनावों के साथ जुबली हिल्स में उप चुनाव की घोषणा कर दी है। हैदराबाद की जुबली हिल्स विधानसभा भारत राष्ट्र समिति (BRS) के विधायक मांगटी गोपीनाथ के निधन से खाली हो गई थी। वे 2023 के विधानसभा चुनावों में लगातार तीसरी बार जीते थे। उन्होंने तब पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन को हराया था।

चुनाव आयोग के अनुसार जुबली हिल्स विधानसभा चुनाव के लिए 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। नतीजा 14 नवंबर को घोषित होगा। तेलंगाना में विधानसभा की खाली इकलौती सीट पर जोरआजमाइ देखने को मिलेगी। बीआरएस जहां चौथी बार इस सीट पर जीत दर्ज करना चाहेगी, तो वहीं पहली बार सत्ता में आई कांग्रेस इस सीट पर वापसी की कोशिश करेगी। यह सीट 2008 में बनी थी। पहली बार कांग्रेस को जीत मिली थी लेकिन फिर बीआरएस ने कब्जा जमा लिया था।

Ad

दूसरे चरण के साथ चुनाव
केंद्रीय चुनाव आयोग ने तेलंगाना की जुबली हिल्स में वोटिंग बिहार के दूसरे चरण के साथ रखी है। जुबली हिल्स विधानसभा के नोटिफिकेशन 13 अक्तूबर को जारी होगा। इसके बाद 20 अक्तूबर नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। 21 अक्तूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 23 अक्तूबर नाम वापस लेने की अंतिम तारीख होगी। इसके बाद फाइनल प्रत्याशी चुनावी मुकाबले में रहेंगे। विधानसभा उपचुनाव के लिए वोटिंग 11 नवंबर को होगी, जबकि मतों की गिनती 14 नवंबर को होगी। इसी दिन बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे भी घोषित होंगे। चुनाव आयोग ने बिहार में पहली चरण की वोटिंग 6 नवंबर को रखी है। जुबली हिल्स विधानसभा के उपचुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस की जहां परीक्षा होगी तो वहीं यह भी पता चलेगा कि बीआरएस के पास कितनी ताकत बची है क्योंकि पार्टी के प्रमुख केसीआर ने पिछले दिनों अपनी बेटी के कविता को पार्टी ने बर्खास्त कर दिया था। जुबली हिल्स सीट से कांग्रेस में कई दावेदार हैं। पूर्व किक्रेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन अपने दावेदारी ठाेंक रहे हैं, हालांकि यह भी कहा जा रहा है क्यों उन्हें एमएमसी बना दिया गया है। ऐसे में वह रेस से बाहर हो गए हैं।

कांग्रेस में कितने दावेदार
जुबली हिल्स से कांग्रेस के टिकट की मांग चरम पर है। इस सीट के प्रमुख दावेदारों में पूर्व मंत्री कंजेरला लक्ष्मीनारायण यादव की बहू कंजेरला विजया लक्ष्मी और हैदराबाद के पूर्व महापौर की पत्नी बोंथु श्रीदेवी यादव शामिल हैं। एम अंजन कुमार यादव जैसे वरिष्ठ नेता भी टिकट के लिए पैरवी कर रहे हैं, जबकि पार्टी कथित तौर पर पूर्व सांसद जी रंजीत रेड्डी और विधायक दानम नागेंद्र को संभावित दावेदारों के रूप में देख रही है। हालांकि, आलाकमान सावधानी से कदम बढ़ाता दिख रहा है। मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी और टीपीसीसी अध्यक्ष बी महेश कुमार गौड़ द्वारा यह घोषणा किए जाने के बाद कि टिकट सबसे मजबूत उम्मीदवार की पहचान करने वाले आंतरिक सर्वेक्षण के निष्कर्षों के आधार पर आवंटित किया जाएगा, मुकाबला और भी तेज हो गया है।

अब आपके लिए डेली हिंदी मिलाप द्वारा हर दिन ताज़ा समाचार और सूचनाओं की जानकारी के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल की सेवाएं प्रस्तुत हैं। हमें फॉलो करने के लिए लिए Facebook , Instagram और Twitter पर क्लिक करें।

Related Articles

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button