सभी लोग लें अंगदाता बनने का संकल्प : सज्जनार
हैदराबाद- विश्व अंगदान दिवस पर कामिनेनी हॉस्पिटल्स में अंगदान जागरूकता अभियान शुरू किया गया। अंगदान से जुड़ी भरंतियों को दूर करते हुए अधिकाधिक लोगों को इस जीवनरक्षक कार्य में भाग लेने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए लांच अभियान के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि टीजीएसआरटीसी महाप्रबंधक वी.सी. सज्जनार उपस्थित थे। उन्होंने सभी लोगों से अंगदाता बनने का संकल्प लेने का आह्वान किया।
सज्जनार ने एलबी नगर स्थित कामिनेनी हॉस्पिटल्स परिसर में आयोजित अंगदान जागरूकता अभियान कार्यक्रम में कहा कि यह मानवीय कार्य है। मृत्यु के बाद महत्वपूर्ण अंगदान करके कुछ लोगों को नया जीवन प्रदान किया जा सकता है। सभी के लिए अंगदाता बनने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रकार की पहल के माध्यम से अंगदान को लेकर व्यापक जागरूकता का प्रसार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लाखों लोग अंगों का इंतजार कर रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार पिछले साल देश में 18,378 अंगदान हुए। उल्लेखनीय रूप से एक ट्रांसजेंडर व्यक्ति ने भी अंगदान किया। आंकड़ों के अनुसार, दस साल पहले केवल 4,490 लोगों ने अंगदान किया था। वर्तमान में यह उल्लेखनीय वृद्धि विभिन्न अस्पतालों और सरकारों द्वारा जागरूकता अभियानों के कारण संभव हुई है। उन्होंने कहा कि डॉ. स्वर्णलता जैसे लोगों ने जीवनदान के माध्यम से अथक परिश्रम किया है। हर्ष का विषय है कि यहां के कई चिकित्सक अंग प्रत्यारोपण सर्जरी में भी अग्रणी हैं। उन्होंने भी अंगदान करने की शपथ ली।
कामिनेनी हॉस्पिटल्स की सीओओ गायत्री कामिनेनी ने अवसर पर कहा कि वर्तमान में 14,000 से अधिक व्यक्ति अंग प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा कर रहे हैं। हम सभी को इस जरूरत के प्रति उत्तरदायी बनना चाहिए। हम यहां अंगदान प्रतिज्ञा पहल शुरू कर रहे हैं और सभी से पंजीकरण करने व जरूरतमंदों को आशा प्रदान करने का आग्रह करते हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में हमें आशा है कि तेलुगु राज्यों में अंगदान राष्ट्रीय औसत से आगे निकल जाएगा। अंगदान दूसरे को जीवन देने का निस्वार्थ कार्य है। इसके माध्यम से हम आठ-नौ अन्य लोगों को नया जीवन देकर अमर हो सकते हैं। इस मानवीय कार्य में योगदान देने की प्रतिज्ञा सभी लोगों को करनी चाहिए।
कामिनेनी हॉस्पिटल्स द्वारा अवसर पर अंगदान की सुविधा के लिए क्यूआर कोड भी लांच किया गया। 18 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति अपने स्मार्टफोन से कोड को स्कैन कर सकता है। इसके बाद प्रदर्शित आवेदन पत्र को भरकर अंगदाता बनने के लिए इसे जमा कर सकता है। इसके अलावा स्वैच्छिक दाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए अस्पताल परिसर में डिजिटल कियोस्क स्थापित किया गया है, जहाँ इच्छुक व्यक्ति अपना विवरण दर्ज कर सकते हैं। जानकारी जमा हो जाने के बाद उनके व्हाट्सऐप नंबर पर `प्राउड आर्गन डोनर’ का कार्ड भेजा जाएगा।