धूलपेट में आबकारी पुलिस ने गांजा मुक्ति अभियान चलाया
हैदराबाद, आबकारी पुलिस के संयुक्त आयुक्त वाई. कुरैशी ने धूलपेट व आसपास के क्षेत्रों में गांजे की बिक्री करने वालों को अंतिम चेतावनी देते हुए पकड़े जाने पर सख्त कार्रवाई करने की जानकारी दी। मंगलहाट के रामपुरा स्थित गौड़ मठम में गांजा से मुक्ति को लेकर स्थानीय लोगों के साथ बैठक करते हुए कुरैशी, आबकारी टास्क फोर्स के अधीक्षक एन. अंजी रेड्डी ने बताया कि धूलपेट में गांजे की बिक्री, सप्लाई पर आबकारी पुलिस की पैनी नजर है। पिछले 3, 4 महीनों के दौरान लगातार छापेमारी की वजह से इस कारोबार का लगभग खात्मा हो चुका है, लेकिन आसानी से पैसा कमाने के चक्कर में अभी भी कुछ लोग गांजे की सप्लाई कर रहे हैं, जिनके पकड़े जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। संयुक्त आयुक्त कुरैशी ने स्वयं का अनुभव साझा करते हुए बताया कि वे बचपन से धूलपेट के बारे में काफी सुनते आ रहे हैं, पहलवानी व कला के क्षेत्र में अलग ही पहचान बनाने वाले इस स्वाभिमान क्षेत्र को महज चंद गांजा तस्करों की वजह से धब्बा लग रहा है। उन्होंने बताया कि 10 वर्षों पहले गुड़म्बा मुक्त ऑपरेशन के तहत गुड़म्बा बंद करने वाले अब गांजे की बिक्री करने लगे हैं, उन्हें अपनी संस्कृति, बुजुर्गों के सम्मान का ध्यान रखना चाहिए।
अवसर पर अंजी रेड्डी ने बताया कि गुड़म्बा मुक्ति की तरह धूलपेट को गांजे से भी मुक्त करने की दिशा में मजबूती से कार्यवाही चल रही है। गांजे की बिक्री-सेवन करने वालों के मददगारों पर भी कार्रवाई हो रही है। उन्होंने कहा कि अब धूलपेट को गांजे से मुक्त कराने की दिशा में अंतिम स्तर की लड़ाई चल रही है। यदि इस समय कोई पकड़ा जाएगा, तो उसके खिलाफ गंभीर मामला दर्ज करते हुए जेल भेजा जाएगा। बैठक में कांग्रेस नेता व पूर्व पार्षद परमेश्वरी सिंह ने कहा कि यदि कारोबारी गांजे की बिक्री से दूरी बनायेंगे, तो सरकार गरीब परिवारों की मदद कर सकती है। उन्होंने कहा कि वह स्वयं एक प्रतिनिधिमंडल के साथ मंत्रियों से भेंट कर उनके पुनर्वास का मार्ग प्रशस्त करेगी। अवसर पर सहायक आयुक्त अनिल कुमार रेड्डी, अतिरिक्त अधीक्षक भास्कर, धूलपेट आबकारी इंस्पेक्टर मधु बाबू, गोपाल, चंद्रशेखर व अन्य उपस्थित थे।