प्रसिद्ध लोक कलाकार मोगिलैया का निधन
वरंगल, फिल्म बलगम से पहचान पाने वाले प्रसिद्ध लोक कलाकार मोगिलैया (67) का गुरुवार तड़के निधन हो गया। उन्होंने वरंगल के एक निजी अस्पताल में अंतिम साँस ली। वे पिछले कुछ समय से किडनी और हृदय संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। बलगम के क्लाइमेक्स में मोगिलैया ने अपने भावपूर्ण गीत से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया था। बलगम के निर्देशक वेणु और तेलंगाना के स्पीकर गद्दम प्रसाद कुमार जैसी प्रमुख हस्तियों से वित्तीय सहायता प्राप्त करने के बावजूद हाल के दिनों में मोगिलैया की तबीयत खराब हो गई थी। उनकी हालत बिगड़ने पर उनके परिवार ने उन्हें वरंगल के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने हाल ही में उन्हें पुरस्कार से सम्मानित करने के बाद उन्हें घर देने का आश्वासन दिया था। मोगिलैया के निधन से उनके गृहनगर दुग्गोंडी में शोक की लहर दौड़ गई है।
मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने मोगिलैया के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने बेदा बुडागा जंगालु समुदाय की लोक कला और संस्कृति को संरक्षित करने में मोगिलैया के अमूल्य योगदान का स्मरण करते हुए कहा कि तेलंगाना की सांस्कृतिक विरासत को व्यापक पहचान दिलाने में मोगिलैया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। विशेष रूप से फिल्म बलगम में दिखाए गए उनके प्रतिष्ठित गीत का भी सीएम ने उल्लेख किया। उन्होंने मोगिलैया की पत्नी कोमुरम्मा और परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त की।वरंगल ज़िले के दुग्गोंडी मंडल के मूल निवासी मोगिलैया अपने मंत्रमुग्ध कर देने वाले प्रस्तुतिकरण के लिए जाने जाते थे। वे शारदा तंबूरा बजाते थे, जबकि उनकी पत्नी कोमुरम्मा उनके साथ बुर्रा ढोल बजाती थीं। बलगम के निर्देशक वेणु और निर्माता दिल राजू ने उनके निधन पर संवेदना व्यक्त की।