एमईएस अधिकारियों के लिए फाउंडेशन कोर्स आरंभ
हैदराबाद, डॉ.एमसीआर एचआरडी संस्थानमेंआज सैन्य इंजीनियर सेवा (एमईएस) अधिकारियों के लिए फाउंडेशन कोर्स शुरू हुआ। कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग, पुणे द्वारा प्रायोजित पाठ्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेते हुए संस्थान के महानिदेशक तथा तेलंगाना सरकार के विशेष मुख्य सचिव डॉ. शशांक गोयल ने कहा कि राष्ट्र की रक्षा क्षमताओं का समर्थन करने में एमईएस अधिकारियों की भूमिका बहुआयामी और दूरगामी है। डॉ. शशांक गोयल ने कहा कि तेजी से विकसित हो रही दुनिया में निरंतर परिवर्तन एक वास्तविकता बन गई है। इस परिदृश्य में यह महत्वपूर्ण है कि एमईएस अधिकारी इस दिशा में प्रभावी रणनीति के साथ आगे बढ़ें। उन्होंने प्रतिभागियों को नवाचार का एजेंट बनते हुए नवाचारों, नई तकनीकियों तथा प्रबंधकीय कौशल को अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि एमईएस में आपकी भूमिका केवल एक पेशे की नहीं, बल्कि एक टीम लीडर की है, जो हमारे देश की रक्षा तैयारियों को उच्चतम स्तर पर रखता है। उन्होंने कहा कि यह फाउंडेशन कोर्स एमईएस अधिकारियों को नीति-निर्माण, लोक प्रशासन और प्रभावशाली सेवा वितरण के लिए आवश्यक ज्ञान प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा। कक्षा सत्रों के अतिरिक्त यह पाठ्यक्रम सह-पाठ्यचर्या और पाठ्येतर तथा सांस्कृतिक गतिविधियों की एक विस्तफत श्रफंखला का लाभ प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि गाँवों, स्थानीय निकायों आदि का दौरा एमईएस अधिकारियों के समग्र व्यक्तित्व को विकसित करने में बहुत सहायक होगा।
आर एंड डी, सिकंदराबाद के अतिरिक्त मुख्य अभियंता कर्नल जे. सतीश भारद्वाज ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान यह सुनिश्चित किया जाएगा कि अधिकारी एमईएस का एक आवश्यक घटक बनते हुए इसके संचालन में महत्वपूर्ण योगदान दें। साथ ही सैन्य बुनियादी ढाँचे की सुरक्षा और कार्यक्षमता सुनिश्चित करते हुए विश्वस्तरीय इंजीनियरिंग समाधान प्रदान करें। उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण पुलों के निर्माण, सैन्य ठिकानों के निर्माण, संचार प्रणालियों को बनाए रखना, सैन्य सहायता आदि के बीच एमईएस अधिकारियों का काम यह सुनिश्चित करता है कि देश के रक्षा बल किसी भी प्रकार की चुनौती का सामना करने में सक्षम रहें।
सीडीएस पाठ्यक्रम निदेशक तथा प्रमुख डॉ. कंदुकुरी ऊषा रानी ने एमईएस अधिकारियों का स्वागत करते हुए फाउंडेशन कोर्स की मुख्य विशेषताओं पर प्रकाश डाला। अतिरिक्त पाठ्यक्रम निदेशक (गैर-अकादमिक) के. चंद्रज्योति ने उद्घाटन समारोह का संचालन किया। धन्यवाद ज्ञापन अकादमिक सह-समन्वयक प्रो. मोहम्मद अब्बास अली ने दिया।