चमत्कारी लोटे के बहाने ठगी का पर्दाफाश, 3 अरेस्ट, 25 लाख रुपये बरामद
हैदराबाद, उत्तरी ज़ोन टास्क फोर्स पुलिस ने अपनी ओर चावल खींचने की शक्ति रखने वाले चमत्कारी ताम्बे का लोटा बेचने की आड़ में ठगी करने वाले तीन ठगों को गिरफ़्तार कर लिया। ठगों के पास से 25 लाख रुपये की नकदी, ताम्बे का लोटा और 7 सेलफोन जब्त किए।
आज यहाँ जारी प्रेस विज्ञप्ति में टास्क फोर्स पुलिस उपायुक्त वाईवीएस सुधींद्रा ने बताया कि प्राप्त शिकायतों के आधार पर टास्क फोर्स इंस्पेक्टर के. सैदुलू ने महांकाली पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त कार्रवाई के तहत इस ठगी का पर्दाफाश किया। इस मामले में ओल्ड अलवाल निवासी पी. शिवा संतोष कुमार (43), कुप्पम, चित्तूर निवासी जी. मंजूनाथ रेड्डी (38) और बेंगलुरू निवासी प्रताप एस.आर. उर्फ रविन्दर प्रसाद (44) को गिरफ़्तार कर लिया। तीनों दोस्त हैं और तीनों अपना एक गिरोह बनाकर सामान्य ताम्बे के लोटे को चमत्कारी बताकर इसे बेचने का प्रयास कर रहे थे। इस दौरान मंजूनाथ की मुलाकात शिकायतकर्ता शशिकांत से अपने एक अन्य दोस्त के जरिए हुई। उसने शशिकांत को अपने जाल में फँसाकर उसे बताया कि उनके पास चमत्कारी ताम्बे का लोटा है, जिसे अपने पास रखने पर भाग्य का उदय होगा। इस लोटे के जरिए 10 करोड़ रुपये भी कमाए जा सकते हैं। इस संबंध में उन्होंने एक फर्जी कंपनी अप्रीचस एण्ड रिसर्च का भी उल्लेख किया। इसके बाद शिवा संतोष ने शिकायतकर्ता से मिनर्वा ग्रैंड होटल, सिकंदराबाद में मुलाकात की और अपने आपको कंपनी का प्रतिनिधि बताया। उसने चमत्कारी लोटे के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस लोटे का परीक्षण केवल डीआरडीओ स्थित स्कैनर से ही किया जा सकता है।
उसे अपनी जाल में फँसाकर शिवा संतोष और मंजूनाथ ने अपने तीसरे साथी प्रताप से मुलाकात करवाई और प्रताप को उन्होंने डीआरडीओ का वैज्ञानिक बताया। उनकी बातों में आकर 6 अक्तूबर को शिकायतकर्ता ने बॉम्बे होटल लेन, रानीगंज में 23 लाख रुपये शिवा संतोष को दिए। कुछ दिन बाद उसे पता चला कि वह ठगी का शिकार हो गया है। इसके बाद उसने महांकाली पुलिस थाने में इस घटना की शिकायत की। महांकाली पुलिस इंस्पेक्टर परशुराम ने टास्क फोर्स इंस्पेक्टर के. सैदुलू के साथ मामले की छानबीन कर तीनों आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया। तीनों आरोपियों को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।