गौशाला प्रतिनिधियों ने प्राणीमित्र संघ को विवरण सौंपे

हैदराबाद, फीलखाना स्थित भारतीय प्राणीमित्र संघ के अध्यक्ष सी.ए. जसराज श्रीश्रीमाल के कार्यालय में आज विभिन्न गौशालाओं के प्रतिनिधियों ने आर्थिक अनुदान हेतु गौशाला संबंधित अपेक्षित विवरण सौंपे। आज यहाँ जारी प्रेस विज्ञप्ति में भारतीय प्राणी मित्र संघ के सहमंत्री रिद्धीश जागीरदार ने बताया कि तेलंगाना पशुपालन विभाग के निदेशक आई.ए.एस. अधिकारी गोपी ने भारतीय प्राणी संघ को एक पत्र द्वारा सभी गौशालाओं का विवरण देने का अनुरोध किया था, जिसके अंतर्गत संघ के अध्यक्ष सीए जसराज श्रीश्रीमाल, डोंग्रेजी महाराज गौशाला के सदस्य एवं लव फॉर काऊ फाउंडेशन के चेयरमैन जसमत पटेल, शिवमंदिर गौशाला के अध्यक्ष अमित अग्रवाल, पदाधिकारी गणेश अग्रवाल, सतीश अग्रवाल व जयगोपाल अग्रवाल, समर्थ कामधेनु गौशाला के संचालक प्रभुदत्त महाराज, कार्यकारिणी सदस्य पुरुषोत्तम गुप्ता, प्राणीमित्र रमेश जागीरदार फाउंडेशन के मानद मंत्री रिद्धीश जागीरदार, परामर्शदाता मुकेश चौहान जैन आदि ने बैठक कर विभिन्न विषयों पर चर्चा की। समर्थ कामधेनु गौशाला की ओर से संचालक प्रभुदत्त महाराज तथा पुरुषोत्तम गुप्ता, शिव मंदिर गौशाला की ओर से अध्यक्ष अमित अग्रवाल, पदाधिकारी गणेश अग्रवाल, सतीश अग्रवाल, जयगोपाल अग्रवाल, डोंग्रेजी महाराज गौशाला की ओर से जसमत पटेल ने मांगे गये विवरण के संदर्भ मे चर्चा की और विवरण सौंपे।

अवसर पर समर्थ कामधेनु गौशाला की ओर से संचालक प्रभुदत्त महाराज ने कहा कि हमारी गौशाला में 6215 गौवंश हैं जो कसाइयों से छुड़ाकर लाये गये हैं। गौवंश को गौरक्षकों एवं स्वयं पुलिस कानूनी कार्यवाही कर कसाइयों से जब्त कर गौशाला में भेजे गये हैं, जिनकी देखभाल, चारा आदि का गत 15 वर्ष से भी अधिक समय से दानदाताओं के आर्थिक सहयोग से प्राप्त हो रहा है। इसके बावजूद भारी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। इससे कई कठिनाइयो का सामना करना पड रहा है। ये गौवंश सरकारी एवं न्यायालयों के आदेशो द्वारा हमारी गौशालाओ में भेजे जा रहे हैं। इन गौवंश को संभालना सरकार का कर्तव्य है। गौवध निषेध कानूनों में ये शर्त साफ तौर पर बतायी गयी है। सरकार की ओर से किसी भी तरह की कोई सहायता नहीं मिलती है। कम से कम एक करोड़ की मदद भी अगर सरकार द्वारा स्वीकृत की जाये तो गौशालाओं को कुछ सीमा तक संतोष होगा।

शिव मंदिर गौशाला के अध्यक्ष अमित अग्रवाल ने गौशाला को हो रही कठिनाइयों की जानकारी दी और सरकार पर यथासंभव सहयोग प्राप्त करने के लिए कार्य को गतिशील बनाने के लिये निवेदन किया। लव फॉर काऊ फाउंडेशन एवं डोंग्रेजी महाराज गौशाला की ओर से जसमत पटेल ने कहा कि हम सभी गौशाला प्रबंधको को एक मंच पर आना होगा। जब तक हम संगठित नहीं होंगे गौशालाओं का संचालन कुशलता से करना मुश्किल होगा। त्रयनगर की छोटी बडी गौशालाओं को एक सूत्र मे बंधने की जरूरत है। हमारे तेलंगाना के डायनमिक मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी जो स्वयं गौभक्त है ने अपने चुनाव प्रचार के पूर्व भी गौमाता की सहपरिवार पूजा करके चुनाव अभियान प्रारंभ किया था और भारी जीत दर्ज करने के बाद भी गौमाता की पूजा की। ऐसे मुख्यमंत्री से सभी गौशाला वाले मिलकर सहयोग का आग्रह करें। सभी गौशालाओ को एक मंच पर आकर सहयोग लेने की बहुत जरूरत है।

जैन रत्न जसराज श्रीश्रीमाल ने कहा कि तेलंगाना उच्च न्यायालय ने 6 दिसम्बर 2022 को अपने अहम निर्णय मे सरकार से गौशालाओ को आर्थिक अनुदान देने के लिए तेलंगाना सरकार को निर्देश दिया था। इसे अमल मे लाने के लिए तेलंगाना सरकार के पशुपालन विभाग के निर्देशक ने भारतीय प्राणी संघ को सभी गौशालाओ का विवरण देने का अनुरोध किया। जसराज श्रीश्रीमाल ने तेलंगाना की सभी गौशालाओ को 15 दिन के भीतर निर्धारित फार्म मे पूर्ण विवरण भरकर देने का आह्वान किया। सरकार को विवरण सही समय पर देने से हमें आगे की कार्यवाही करने में आसानी होगी। राज्य मे जितनी भी गौशालाएं कार्यरत हैं, उनसे कसाइयो से बचाये गये गाय, भैंस, बैल, गौवंश आदि के बारे में निर्धारित फार्म में जानकारी देने का उन्होंने आग्रह किया। यह जानकारी भारतीय प्राणीमित्र संघ के कार्यालय नं. 37, रायल प्लाजा, हनुमान व्यायामशाला स्कूल के सामने, सुल्तान बाजार में अथवा ईमेल bhartiyapms99@gmail.com द्वारा भी दी जा सकती है। पुरुषोत्तम गुप्ता ने कहा कि गौशाला को आर्थिक समस्या से झूझना पड़ रहा है। वर्तमान में चारे की कीमतें भी काफी बढी हुई है जिससे काफी आर्थिक कठिनाई हो रही है। उच्च न्यायालय के निर्णय को देखते हुए हम सभी गौशाला प्रबंधकों को जल्दी से जल्दी फार्म भरकर सरकारी सहायता प्राप्त करनी चाहिए।

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