ग्रुप-1 उम्मीदवारों को जीओ 29 से कोई खतरा नहीं : महेश कुमार गौड़
हैदराबाद, प्रदेश कांग्रेस समिति (पीसीसी) अध्यक्ष महेश कुमार गौड़ ने आरोप लगाया कि विपक्ष बीजेपी व बीआरएस के नेता जानबूझकर ग्रुप-1 परीक्षा पर अफवाहों का प्रचार कर युवाओं को असमंजस में डाल रहे हैं। विपक्ष के नेता राजनीतिक लाभ उठाने के लिए बेरोजगारों को भड़काते हुए युवाओं का भविष्य खराब कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ग्रुप-1 चयन प्रक्रिया में आरक्षित वर्गों के साथ कोई अन्याय नहीं होगा। जीओ 29 से आरक्षित उम्मीदवारों के साथ अन्याय होने की खबरों में कोई सच्चाई नहीं है।
महेश कुमार गौड़ ने आज शाम पीसीसी मुख्यालय गांधी भवन में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बीजेपी नेताओं से यह बताने की मांग की कि प्रतिवर्ष 2 करोड़ नौकरियों पर भर्ती करने के प्रधानमंत्री मोदी के वादे का क्या हुआ? पिछले दस सालों में कितनी करोड़ लोगों को नौकरियां दी गयीं। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने नयी नौकरियां देना, तो दूर की बात है, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों को बेच कर लाखों लोगों को बेरोजगार बना दिया। उन्होंने आलोचना करते हुए कहा कि बीआरएस बेरोजगारी समस्या के नाम पर ही सत्ता में आयी और दस वर्षों तक सत्ता में बने रहने पर भी केवल 70 हजार पदों पर ही भर्ती की। बीआरएस सरकार ने एक बार भी ग्रुप-1 की अधिसूचना जारी नहीं की। इंटर के परिणामों की घोषणा भी ठीक से नहीं कर पाने वाले बीआरएस नेता आज कांग्रेस सरकार की आलोचना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने केवल 10 महीनों में 50 हजार पदों पर भर्ती की। महेश कुमार गौड़ ने सवाल करते हुए कहा कि वर्तमान में तनाव का कारण बने जीओ-29 को फरवरी में जारी किया गया, तब विपक्ष ने क्यों खामोश रहा। इससे यह साफ हो रहा है कि विपक्ष केवल राजनीतिक लाभ के लिए अब युवाओं को गुमराह कर भड़का रहा है। उन्होंने कहा कि बार-बार परीक्षाओं का टलना अभ्यर्थियों के लिए अच्छा नहीं है। छात्रों को राजनीतिक नेताओं के षड्यंत्रकारी जाल में नहीं फंसना चाहिए।