विधानसभा में फिर भिड़े हरीश राव और वेंकट रेड्डी
हैदराबाद, विधानसभा सत्र के दौरान शोर-शराबा कोई नई बात नहीं है, लेकिन वर्तमान शीतकालीन सत्र के दौरान सड़क एवं भवन निर्माण मंत्री कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी और विपक्षी पार्टी बीआरएस के विधायक हरीश राव के बीच कड़ी टिप्पणियों का आदान प्रदान चर्चा का विषय है। आज एक ओर हरीश राव ने मंत्री द्वारा सदन में प्रश्न पूछे जाने पर सवाल उठाया, तो मंत्री ने सदन में उनकी स्थिति पर सवाल उठाए।
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान यादाद्रि भुवनगिरी में धर्मारेड्डी पल्ली कैनाल पर पूछे गये प्रश्न और विभिन्न सदस्यों द्वारा पूछे जा रहे अतिरिक्त प्रश्नों के बीच मंत्री वेंकट रेड्डी ने नलगोंडा जिले का प्रतिनिधित्व करते हुए मूसी के प्रदूषित पानी से होने वाले प्रभाव को कम करने के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया। मंत्री के इस बयान के बाद बीआरएस विधायक हरीश राव ने कहा कि सरकार के किसी भी फैसले में मंत्रिमंडल की सामुहिक जिम्मेदारी होती है। इसलिए मंत्री द्वारा दूसरे मंत्री से सवाल पूछने का कोई मतलब नहीं है। इससे सदन का समय बर्बाद हो रहा है। उन्होंने सभापति से अनुरोध किया कि सदन में यह नई संस्कृति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने मूसी की हालत के लिए कांग्रेस को ही जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि राज्य में अधिक दिनों तक कांग्रेस ही शासन में रही।
इस पर मंत्री कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी ने हरीश राव द्वारा जतायी गयी आपत्ति पर अपनी ओर से आपत्ति जताते हुए पूछा कि वह किस हैसियत से पूछ रहे हैं? उन्हें इस तरह पूछने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने यह भी पूछा कि सदन में उनकी पार्टी से विपक्ष के नेता भी मौजूद नहीं हैं। उन्हें भी कोई पद नहीं दिया गया है।
117.27 करोड़ महिला यात्रियों ने उठाया निशुल्क बस यात्रा का लाभ
परिवहन मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दी जा रही निशुल्क बस यात्रा सेवा का राज्य में लगभग 117.27 करोड़ महिला यात्रियों ने लाभ उठाया। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान लिखित उत्तर में परिवहन मंत्री ने कहा कि राज्य में योजना लागू होने के बाद से 117.27 करोड़ महिलाओं ने सुविधा का लाभ उठाया। इस यात्रा से महिलाओं को 3949.90 करोड़ रुपये की बचत हुई है। सरकार यह राशि परिवहन निगम को भुगतान करेगी।
मंदिरों के विकास के लिए मंजूर किये गये 404 करोड़
सरकार ने आज विधानसभा को बताया कि सरकार ने राज्य में विभिन्न मंदिरों के विकास के लिए 404.78 करोड़ रुपये मंज़ूर किये हैं। प्रश्नकाल के दौरान पूछे गये एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया गया कि वेमुलवाड़ा में श्री राजा राजेश्वरी स्वामी मंदिर के लिए लगभग 130 करोड़ रुपये मंजूर किये गये। इसी तरह वरंगल में श्री भद्रकाली मंदिर के लिए 30 करोड़, भद्राचलम में सीतारामचंद्र स्वामी मंदिर के लिए 60.20 करोड़, जयशंकर भूपालपल्ली में श्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर के लिए 12.15 करोड़, खम्मम में श्री रामलिंगेश्वरा स्वामी मंदिर के लिए 3.20 करोड़, कामारेड्डी जिले में श्री मारुति मंदिर के लिए 6.70 करोड, महबूबनगर जिले के श्री लक्ष्मी वेंकटेश्वरा स्वामी मंदिर के लिए 110 करोड़ सहित कुछ अन्य मंदिरों के लिए राशि मंजूर की गयी है। इसके अलावा यादगिरीगुट्टा मंदिर विकास कार्यों के लिए 200 करोड़ रुपये मंज़ूर किये गये हैं।