हरीश राव ने रेवंत को बताया तेलंगाना द्रोही

हैदराबाद, मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी द्वारा भारत राष्ट्र समिति (भारास) प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की चिता से निकली प्रेतात्मा (कोरिवी दैय्यम) से तुलना किए जाने पर भड़के भारास विधायक व पूर्व मंत्री टी. हरीश राव ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि एक केंद्रीय मंत्री द्वारा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को आतंकवादी कहे जाने पर कांग्रेस द्वारा केंद्रीय मंत्री के देशभर में पुतले जलाए गए। अब बताएं तेलंगाना निर्माता केसीआर की तुलना भूत प्रेत से करने पर मुख्यमंत्री के कितने पुतले जलाए जाने चाहिए? केसीआर के प्रति ऐसी असभ्य भाषा का उपयोग तेलंगाना द्रोहियों के सिवाय कोई दूसरा नहीं करेगा।

पूर्व मंत्री टी. हरीश राव ने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को तेलंगाना का गठन पसंद नहीं करने वाला मातृभूमि द्रोही बताया और कड़ी आलोचना करते हुए पलटवार किया। उन्होंने नोट के बदले वोट मामले की ओर इशारा करते हुए कहा कि विधायक खरीद फरोख्त में नोटों के साथ रंगे हाथ धरे गए रेवंत रेड्डी की हालत सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली जैसी है। वे आज अध्यापकों को सीख दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य निर्माण करने वाले अध्यापकों के मस्तिष्क में असभ्य भाषा को प्रवेश देने का प्रयास कर रहे मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी का रवैया चिंताजनक है । उन्होंने विधायक केटीआर व उन्हें (हरीशराव को) बिल्ला रंगा कहे जाने पर भी आपत्ति जताई और कहा कि मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर आसीन होकर रेवंत द्वारा असभ्य भाषा का उपयोग करना शोभा नहीं देता है।

उन्होंने पूछा कि क्या मुख्यमंत्री अध्यापकों को विद्यार्थियों को बिल्ला रंगा का पाठ पढ़ाने की सलाह दे रहे हैं? उन्होंने डीएससी के तहत की गई नियुक्तियों के नियुक्ति पत्र सौंपे जाने के कार्यक्रम तथा मीडिया में दिए गए विज्ञापनों का भी उल्लेख किया और कहा कि मुख्यमंत्री जनता के धन का उपयोग केवल केसीआर की आलोचना के लिए कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री के आरोप जिसमें विधान परिषद सदस्य कल्वाकुंट्ला कविता को निजामाबाद संसदीय चुनाव हारने के बाद एमएलसी बनाए जाने को लेकर आलोचना की गई थी, पर प्रश्न किया कि क्या कांग्रेस ने हारने वालों को कभी पद नहीं दिए? क्या केसीआर ने कोई नया काम किया था? उन्होंने पूछा क्या मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हारने वालों को पद नहीं दिए हैं? उन्होंने कहा कि पूर्व बीआरएस के समय डीएससी के तहत 5.086 पदों में रेवंत सरकार ने 6 हजार पद जोड़कर नोटिफिकेशन जारी किया और सारी नियुक्तियों का श्रेय खुद ले रहे हैं।

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