इस्तीफा दें या किसानों से माफी मांगे हरीश राव : रेवंत रेड्डी
हैदराबाद, मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 15 अगस्त तक दो लाख तक के फसल ऋण माफ करने को लेकर किसानों को दिये गये अपने वचन का पालन किया है। अब बीआरएस नेता हरीश राव को तत्काल अपने विधायक पद को इस्तीफा देनी चाहिए। अगर इस्तीफा नहीं देंगे, तो तेलंगाना किसानों से माफी मांग कर अपना सवाल को वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि हरीश राव पद से त्यागपत्र देंगे, तो उप-चुनाव में कांग्रेस की जीत पक्की है। ज्ञातव्य है कि बीआरएस नेता हरीश राव ने रेवंत रेड्डी सरकार को चुनौती दी थी कि 15 अगस्त तक दो लाख तक के फसल ऋणों को माफ करेंगे, तो वे अपने विधायक पद से इस्तीफा देंगे। रेवंत रेड्डी ने गुरुवार को भद्राद्री कोत्तागूडेम जिले पुसुगूडेम में सीतारामा लिफ्ट परियोजना के पंप हाउस-2 का उद्घाटन किया। तत्पश्चात सीतारामा परियोजना के पाइलान का अनावरण भी किया।
इस कार्यक्रम में उप-मुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्का, सिंचाई मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी, सड़क व भवन मंत्री कोमटिरेड्डी वेंकट रेड्डी, कृषि मंत्री तुम्मला नागेश्वर राव, राजस्व मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी, सीएम के सलाहकार वेम नरेंदर रेड्डी व कांग्रेस सांसद, विधायक व अन्य नेताओं ने भी भाग लिया। इस मौके पर भट्टी विक्रमार्का और कोमटिरेड्डी वेंकट रेड्डी ने अन्य दो पंपों का उद्घाटन किया।
तत्पश्चात मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों ने खम्मम जिले के वैरा में सीतारामा परियोजना के पंप हाउसों का उद्घाटन व तीसरा चरण (दो लाख) फसल ऋण माफी को लेकर आयोजित विशाल जनसभा में भाग लिया।
रेवंत रेड्डी ने जनसभा को संबोधित करते हुए बीआरएस नेताओं की जमकर खिंचाई की। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद केवल आठ महीनों के भीतर ही कांग्रेस सरकार ने किसानों के दो लाख तक के फसल ऋण माफ कर दिये। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार कभी भी अपने वचन से नहीं मुकरेगी। इसके लिए फसल ऋण माफी ही बेहतर उदाहरण है। उन्होंने आगे कहा कि छह गारंटियाँ लागू करने के लिए उनकी सरकार लगातार काम कर रही है, लेकिन बीआरएस नेता मनमर्जी से बयानबाजी देतेे हुए सरकार पर कीचड़ उछाल रहे हैं। लोकसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं मिलने पर भी बीआरएस नेताओं ने सबक नहीं सीखा। उन्होंने केटीआर व हरीश राव की आलोचना करते हुए कहा कि ये दोनों झूठे बयानों से जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने जनता से विशेष कर किसानों से बीआरएस के झूठे प्रचारों पर विश्वास न करने की अपील करते हुए आश्वासन दिया कि राज्य में लंबित सिंचाई परियोजनाओं को पूरा कर सिंचाई जल दिया जाएगा।
रेवंत रेड्डी ने आगे कहा कि उप-मुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्का द्वारा बीआरएस को दी गई चुनौती से वह सहमत है। कृषि, सिंचाई व कल्याण योजनाओं पर किसी भी सेंटर में बीआरएस नेताओं से चर्चा करने के लिए वे तैयार है। हरीश राव, केटीआर, जो भी आगे आयेंगे, उनसे वे चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि बीआरएस नेताओं को सत्ता में रहने के दौरान जन समस्याएं याद नहीं आयी। अब विपक्ष में बैठते ही सभी समस्याएं दिखायी दे रही हैं। उन्होंने बीजेपी का उल्लेख करते हुए कहा कि जनता लगातार कांग्रेस का समर्थन करती रहेगी, तो बीजेपी को भी बंगाल की खाड़ी में फेंकने की जिम्मेदारी वह खुद लेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि तेलंगाना में बीजेपी के लिए कोई जगह नहीं है। तेलंगाना की जनता लोकसभा चुनावों में बीजेपी को आठ सीटें दीं, लेकिन केंद्रीय बजट में राज्य को कुछ नहीं मिला।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि 15 अगस्त, 2026 के भीतर सीतारामा लिफ्ट परियोजना के निर्माण कार्यों को पूरा कर खम्मम जिले में कुल 7 लाख एकड़ भूमि को सिंचाई जल देंगे। उन्होंने आगे कहा कि मुन्नेरू से ग्रैविटी द्वारा पानी लाने की जिम्मेदारी भी उनकी सरकार लेगी। डोर्नाकल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 15 टीएमसी क्षमता वाले जलाशय का निर्माण करने की संभावनाएँ भी तलाशी जाएंगी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि छह गारंटियों को एक के बाद एक लागू करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। सत्तासीन होने के तीन महीनों में ही 30 हजार पदों पर भर्ती की गयी। एक वर्ष के भीतर कुल 65 हजार पदों पर भर्ती करने के लिए वे आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केसीआर ने दो बेडरूम मकानों के नाम पर गरीब परिवारों के साथ धोखा किया। उनकी सरकार ने चालू वित्त वर्ष में कुल 4.50 लाख इंदिरम्मा मकान मंजूर किये। प्रत्येक विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 3,500 मकान बनाये जाएंगे।
राज्य सरकार ने 32.50 लाख किसानों के फसल ऋण माफी के लिए रिकॉर्ड स्तर पर 31 हजार करोड़ आवंटित किये। फसल ऋण माफी के लिए 15 जुलाई को सरकारी आदेश जारी किया गया और 18 जुलाई को पहले चरण के तहत एक लाख तक के फसल ऋण माफ कर दिये गये। पहले चरण में 11.50 लाख किसानों के 6,098 करोड़ ऋण माफ कर दिया। इसी प्रकार सरकार ने 30 जुलाई को दूसरे चरण में डेढ़ लाख तक के फसल ऋण लेने वाले 6.40 लाख किसानों के 6,190 करोड़ ऋण माफ कर दिये। गुरुवार को वैरा में आयोजित विशाल जनसभा में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने तीसरे चरण के तहत डेढ़ लाख से दो लाख तक के फसल ऋण माफ करने का ऐलान किया। तीसरे चरण में 4.46 लाख किसानों के 5,644 करोड़ के ऋण माफ किए जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि यह राशि किसानों के ऋण खातों में तत्काल जमा करवा दी जाएगी। इससे दो लाख तक के फसल ऋण माफी प्रक्रिया समाप्त होगी। सीएमओ ने बताया कि इन तीन चरणों कुल 22.37 लाख किसानों के 17,934 करोड़ के फसल ऋण को माफ कर दिया गया है। ज्ञातव्य है कि सरकार ने फसल ऋण माफी के दिशा-निर्देशों में बताया था की दो लाख से अधिक फसल ऋण होने वाले किसानों के लिए Dााखिरी चरण में निधियाँ जारी की जाएंगी।