भारी बारिश से हैदराबाद में जनजीवन अस्त-व्यस्त

हैदराबाद, लगातार बारिश से राज्य की राजधानी की हालत चरमरा गयी है। जनजीवन अस्त-व्यस्त है और निचले इलाकों में स्थिति दयनीय बन गयी है। शहर के जलाशयों पर प्रशासन की कड़ी नज़र है। विशेषकर हुसैन सागर, अशोक नगर नाला और मूसी नदी के किनारों पर अलर्ट घोषित किया गया है। कई स्थानों पर दीवारें गिरी हैं और पेड़ धराशायी हुए हैं, जिसके चलते देर तक ट्रैफिक जाम की शिकायतें भी मिलीं। प्रशासन ने जनसामान्य का आह्वान किया है कि वे अनावश्यक घरों से बाहर न निकलें, क्योंकि बारिश के लिए पहले ही रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। सरकार के उच्च अधिकारियों के साथ साथ महापौर, उप-महापौर और जीएचएमसी आयुक्त भी स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं।

भारी बारिश के कारण शहर में कई स्थानों पर जलभराव का सामना रहा और सड़कें जलमग्न हो गई। यातायात और सार्वजनिक परिवहन में व्यवधान रहा। टोलीचौकी और शेखपेट में आज भी घुटनों तक पानी जमा हुआ, जिसके कारण सुबह के समय ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा। जीएचएमसी के उच्च अधिकारियों ने टोलीचौकी और शेखपेट के निचले इलाकों का दौरा किया। डीआरएफ टीमों और अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है। सभी किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार हैं।

हुसैन सागर में वर्षाजल प्रवाह की स्थिति पर अधिकारी निगरानी रखे हुए हैं। हालाँकि समाचार लिखे जाने तक उस्मान सागर और हिमायत सागर से पानी नहीं छोड़ा गया, लेकिन मूसारामबाग सहित मूसी नदी के निचले पुलों पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। पुराने शहर में दारुलशिफा के अलावे-ए-सरतोक में एक पेड़ टीन शेड पर गिर गया, जिससे शेड पूरी तरह से तहस नहस हो गया है। हाईकोर्ट सड़क पर भी एक पेड़ गिरने से देर तक ट्रैफिक जाम रहा। कुकटपल्ली में राजीव नगर और सफदर नगर में में भी जलजमाव की समस्या रही। कुकटपल्ली जोनल आयुक्त ने जीएचएमसी टीमों के साथ जल जमाव कम करने के लिए कार्यवाही की।

बारिश के दौरान गांधी भवन की उत्तरी दीवार गिर गयी। सूचना मिलने के बाद जीएचएमसी, पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। दीवार गिरने से आसपास खड़े कई वाहनों को नुकसान पहुंचा है। घटना के समय इलाका खाली होने के कारण किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। गांधी भवन तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी के मुख्यालय के रूप में कार्य करता है।

हसन नगर में पाया गया अजगर

मीर आलम टैंक के पास स्थित हसननगर इलाके में शनिवार शाम उस समय दहशत फैल गई, जब छह फुट लंबा अजगर पाया गया। अज़गर को पकड़ लिया गया है। स्थानीय लोगों ने हसननगर में बर्फ फैक्ट्री के पास अज़गर देखा और सांप पकड़ने वाले शकील अली को सूचित किया। काफी मशक्कत के बाद अजगर को पकड़ लिया गया। बताया गया है कि उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा। शकील अली ने बताया कि पूर्व में मीर आलम टैंक के आसपास विभिन्न प्रजातियों के सांप पाये गये हैं और बारिश के कारण अजगर रिहायशी इलाके की ओर आ जाते हैं।

सचिवालय में नियंत्रण कक्ष

भारी बारिश को देखते हुए राज्य सरकार ने स्थिति पर नजर रखने के लिए राज्य सचिवालय में विशेष नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। आपदा प्रबंधन विभाग से फोन नंबर 040-23454088 पर संपर्क किया जा सकता है। हैदराबाद में जीएचएमसी, हैद्रा, जलबोर्ड और हम्डा की कुल 610 टीमें फील्ड स्तर पर तैनात हैं। जीएचएमसी नियंत्रण कक्ष का फोन नंबर 040-21111111 है, जबकि माई जीएचएमसी ऐप के माध्यम से ऑनलाइन या डीआरएफ (हैद्रा) को भी 9000113667 पर संपर्क किया जा सकता है।

फील्ड में उपलब्ध रहें
अधिकारी : महापौर

महापौर गदवाल विजयलक्ष्मी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे बारिश के दौरान हर समय सतर्क रहें और फील्ड स्तर पर उपलब्ध रहें। यह सुनिश्चित करें कि जनता को कोई परेशानी न हो। महापौर ने रविवार को जोनल आयुक्तों और अन्य अधिकारियों के साथ टेलीकांफ्रेंस की। अधिकारियों को दिशा निर्देश देते हुए महापौर ने कहा कि लगातार बारिश के कारण तालाबों के लबालब होने के मद्देनजर निचले इलाकों के लोगों को सतर्क करें। कर्मचारियों को छुट्टियों पर न जाने का सुझाव दिया गया है। अधिकारियों से कहा गया है कि जर्जर भवनों और खतरे वाली कंपाउंड दीवारों की पहचान करने के साथ-साथ उचित सावधानी बरतनी जाए। टाउन प्लानिंग अधिकारियों को निर्माण स्थलों पर काम को अस्थायी रूप से रोकने के लिए उचित कदम उठाने, मजदूरों को सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाने और इमारतों पर होने वाली अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए बिल्डरों को पर्याप्त सावधानी बरतने के निर्देश दिये जायें। नालों की निगरानी करने, जलजमाव वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने और कन्ट्रोल रूम को मिलने वाली शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये हैं। उप महापौर मोते श्रीलता शोभन रेड्डी ने भी आज हुसैन सागर का दौरा कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी।

48 घंटों के लिए रोकी जाएँ निर्माण गतिविधियाँ : क्रेडाई

कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स असोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) ने रविवार को अपने सदस्यों और अन्य भवन निर्माताओं को सुझाव दिया कि वे अगले 48 घंटों तक सभी निर्माण कार्य रोक दें। क्रेडाई का बयान प्रधान सचिव दानाकिशोर के दिशा-निर्देशों के बाद आया है। बयान में कहा गया कि भारी वर्षा से संबंधित रेड अलर्ट को देखते हुए निर्माण स्थलों पर स्थित मजदूरों को सुरक्षित क्षेत्रों में स्थानांतरित किया जाए।

जलबोर्ड एमडी ने किया उस्मान सागर का निरीक्षण

हैदराबाद महानगरीय जलबोर्ड (एचएमडब्लूएसएसबी) के प्रबंध निदेशक अशोक रेड्डी ने मुख्य महाप्रबंधक, डीजीएम एवं अन्य अधिकारियों के साथ उस्मान सागर जलाशय का दौरा किया और बाढ़ के पानी के अन्तरप्रवाह का निरीक्षण किया। जल स्तर की समीक्षा करते हुए उन्होंने अधिकारियों को सतर्क रहने और जलाशय के स्तर और प्रवाह की निरंतर निगरानी करने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि स्थिति के संबंध में समय-समय पर उच्च अधिकारियों को जानकारी प्रदान करें।

28 तालाब लबालब

जीएचएमसी ने अपनी परिधि के 185 तालाबों में से 28 तालाब वर्षा जल से लबालब होने की जानकारी दी। निगम द्वारा जारी सूची के अनुसार, निगम परिधि में 28 तालाब भर गये हैं। 4 तालाबों में पानी एफटीएल तक पहुँच गया है, जबकि 153 तालाबों में अब भी जल एफटीएल से नीचे है। उल्लेखनीय है कि उस्मान सागर में एफटीएल: 1790.00 फीट (3.900 टीएमसी) है, वर्तमान स्तर: 1782.45 फीट (2.413 टीएमसी) है। अंतरप्रवाह 6700 क्यूसेक है। हिमायत सागर का एफटीएल : 1763.50 फीट (2.970 टीएमसी) है और वर्तमान जलस्तर 1756.60 (1.815 टीएमसी) है। अंतरप्रवाह 3500 क्यूसेक है। समाचार लिखे जाने तक दोनों जलाशयों से पानी नहीं छोड़ा गया।

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