पंजाब नेशनल बैंक में हिन्दी वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित
हैदराबाद, पंजाब नेशनल बैंक, अंचल कार्यालय, हैदराबाद द्वारा हिन्दी माह-2024 के तहत आज अंचल प्रबंधक दीपक कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में स्टाफ सदस्यों के लिए हिन्दी वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
आज यहाँ जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, दीपक कुमार श्रीवास्तव ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि व्यक्तित्व निर्माण में सशक्त अभिव्यक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस प्रकार की प्रतियोगिताओं के आयोजन से जहाँ कार्यालय में एक बेहतर माहौल का निर्माण होता है, वहीं स्टाफ सदस्यों की रचनात्मकता को भी नया आयाम मिलता है। उन्होंने कहा कि विचारों में बड़ी शक्ति होती है, आप सभी आज की प्रतियोगिता में यह सोचकर भाग न लें कि हमें जीतना है, बल्कि यह सोचकर भाग लें कि हमें कुछ सीखना है।
उप अंचल प्रबंधक संजय माने ने कहा कि हिन्दी माह के दौरान स्टाफ सदस्यों के बीच विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं का उद्देश्य कार्मिकों में राजभाषा हिन्दी में अधिक से अधिक प्रशासनिक कार्य करने हेतु बेहतर सोच का निर्माण करना है। इसी कड़ी में आज स्टाफ सदस्यों के लिए सरकारी योजनाएँ-कारोबार या जिम्मेदारी, वफढत्रिम मेधा : लाभ या हानि, मोबाइल का अत्यधिक प्रयोग-जरूरत या आदत जैसे विषयों पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। इसमें प्रतिभागियों द्वारा 3 मिनट की समयावधि में संबंधित विषय पर विचारों की अभिव्यक्ति दी गई। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में सहायक महाप्रबंधकगण सी.बी.राव, राजकुमार सिन्हा एवं श्यामा कुमार शामिल रहे। प्रतियोगिता में 15 से अधिक स्टाफ सदस्यों की सहभागिता रही। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन मुख्य प्रबंधक (राजभाषा) डॉ. साकेत सहाय द्वारा किया गया। उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि आज का दिन विशेष है। आज भारत रत्न एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती है। वह एक महान वैज्ञानिक के साथ महान विचारक भी थे। आज की प्रतियोगिता में हम सभी अपने सार्थक विचारों से संगठन, समाज व देश के विकास में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने अंचल प्रबंधक सहित समस्त उच्चाधिकारियों एवं प्रतिभागियों के प्रति विशेष आभार जताते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं में प्रतिभागिता से एक बेहतर भाव का संचार होता है। अंचल प्रबंधक द्वारा विजेताओं की घोषणा की गई। इसके तहत प्रथम विजेता के रूप में प्रबंधक सिंधु एवं मुख्य प्रबंधक अंकिता, द्वितीय विजेता के रूप में वरिष्ठ प्रबंधक के. संन्यासी राव, तफतीय पुरस्कार विजेता के रूप में मुख्य प्रबंधक नरेन दत्ता तथा सांत्वना पुरस्कार विजेता के रूप में प्रसन्न कुमार राउत के नामों की घोषणा की गयी।