हैदराबाद के लिए वरदान हैद्रा : हेश कुमार गौड़
हैदराबाद, पीसीसी अध्यक्ष महेश कुमार गौड़ ने कहा कि बीआरएस सरकार के कार्यकाल में अनियमितताएं हुई हैं। बीआरएस और भाजपा नेता सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग कर रहे थे और सरकार के खिलाफ झूठ फैला रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि ये सभी विदेश में रहकर ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष की हैसियत के बावजूद बीआरएस के नेता केसीआर एक साल से बाहर नहीं आए हैं।
आज मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बीआरएस के दस विधायक स्वेच्छा से लोकतांत्रिक तरीके से बनी कांग्रेस सरकार में शामिल हुए। हमनें उन्हें प्रलोभित नहीं किया। यह सच है कि जिन जगहों पर विधायक कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं, वहां नए और पुराने नेताओं के बीच कुछ समस्याएं हैं और वे इसे ठीक करके आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि भले ही नए विधायक पार्टी में शामिल हों, लेकिन पार्टी में पद और प्राथमिकता पुराने कांग्रेस नेताओं के पास ही रहेगी। नए विधायकों के समर्थकों को सलाह दी जाती है कि वे पदों के लिए थोड़ा इंतजार करें।
हैद्रा हैदराबाद शहर के लिए वरदान है। अगर अतिक्रमित तालाबों और नहरों की पूरी तरह से मरम्मत कर दी जाए तो भविष्य में उपद्रव की संभावना नहीं रहेगी। सीएम रेवंत रेड्डी ने भावी पीढ़ियों को फायदा पहुंचाने वाला फैसला लिया है। मूसी के सफाई की जरूरत है। महेश कुमार गौड़ ने कहा कि राज्य सरकार पुनर्वास के कदम उठाएगी ताकि किसी गरीब को परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि कई विधायकों ने उनकी पार्टी में शामिल होने के लिए उनके पास आवेदन किया है, लेकिन वे अंतिम निर्णय लेने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास जानकारी है कि हरीश राव और केटीआर के बीच अनबन चल रही है। उन्होंने भविष्यवाणी की है कि ये दोनों आने वाले दिनों में इन दोनों के बीच बिखराव हो सकता है। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि संसदीय चुनाव में बीआरएस के शून्य सीटें जीतने के बाद पार्टी का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है। उन्होंने कहा कि अगले चुनाव तक पार्टी खत्म हो जाएगी और राज्य में सिर्फ कांग्रेस व बीजेपी ही रह जाएंगी। बीआरएस के ज्यादातर नेता बीजेपी में मिलेंगे। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार पर मंत्रणा पूरी हो चुकी है। उन्होंने घोषणा की कि वह कल से जिलों का दौरा करेंगे और कांग्रेस के एक साल के शासनकाल के दौरान सरकार की उपलब्धियों को जनता तक ले जायेंगे।
पीसीसी प्रमुख ने बीआरएस नेताओं को चुनौती दी कि वे बीआरएस शासन के दस साल और उनके एक साल के शासन पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि केटीआर के उकसावे पर ही भूमिहीन लोगों ने अधिकारियों पर हमला किया,।उन्हें लगता है कि उन्होंने कुछ गलत किया है और केटीआर को पता है कि उन्होंने फार्मुल मामले में क्या गलत किया है। इसीलिए वह कह रहे हैं कि वह जेल जायेंगे।