यंग इंडिया स्किल यूनिवर्सिटी के लिए अहम करार

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के समक्ष सिंगापुर आईआईटी के साथ किया गया समझौता
हैदराबाद, मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की सिंगापुर यात्रा को पहले दिन उल्लेखनीय प्रतिक्रिया मिली। यंग इंडिया स्किल यूनिवर्सिटी ने कौशल विकास में मिलकर काम करने के लिए सिंगापुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (आईटीई) के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए।
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के नेतृत्व वाले प्रतिनिधि मंडल ने सिंगापुर यात्रा के पहले दिन सिंगापुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (आईटीई) का दौरा किया। उन्होंने वहाँ संचालित कौशल विकास पाठ्यक्रमों और उन्नत सुविधाओं का निरीक्षण किया। वहाँ प्रशिक्षण प्रदान करने वाले लगभग 20 क्षेत्रों के विशेषज्ञों व कॉलेज के कर्मचारियों के साथ तेलंगाना प्रतिनिधि मंडल ने चर्चा की। तत्पश्चात मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ आईटीई अधिकारियों के साथ चर्चा कर राज्य सरकार द्वारा हैदराबाद के फोर्थ सिटी में स्थापित यंग इंडिया स्किल यूनिवर्सिटी का समर्थन करने का आग्रह किया। अवसर पर मंत्री श्रीधर बाबू ने यूनिवर्सिटी में युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए बाजार की माँग के अनुरूप संचालित किये जा रहे विभिन्न पाठ्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने कौशल विकास प्रशिक्षण में भागीदारी के लिए आपसी सहयोग का अनुरोध किया। प्रतिनिधिमंडल ने सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए यंग इंडिया स्किल यूनिवर्सिटी के साथ काम करने की इच्छा व्यक्त की। चर्चा के बाद दोनों पक्षों ने समझौते पर हस्ताक्षर किये। समझौते पर यंग इंडिया स्किल यूनिवर्सिटी के कुलपति सुब्बाराव और सिंगापुर आईटीई के शैक्षिक एवं प्रशासनिक सेवाओं के उप निदेशक पर्वेंन्दर सिंह तथा आईटी शिक्षा सेवाओं के उप निदेशक फाबियन चियांग ने हस्ताक्षर किए। आईटीई का एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही हैदराबाद का दौरा करेगा।

अवसर पर उद्योग विशेष मुख्य सचिव जयेश रंजन, टीजीआईआईसी के एमडी विष्णुवर्धन, मुख्यमंत्री के विशेष सचिव अजित रेड्डी, यंग इंडिया स्किल यूनिवर्सिटी के कुलपति सुब्बाराव व अन्य उपस्थित थे। इससे पूर्व मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और मंत्री श्रीधर बाबू सहित राज्य का प्रतिनिधिमंडल आज सिंगापुर पहुँचा। तेलंगाना प्रवासी समुदाय ने सिंगापुर हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री की टीम का स्वागत किया।
रेवंत ने की सिंगापुर के विदेश मंत्री से की मुलाकात
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने यात्रा के पहले दिन सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियान बालाकृष्णन से मुलाकात की। उन्होंने सिंगापुर मंत्री के साथ विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। इनमें बुनियादी ढाँचे के विकास, नदी पुनर्जीवन, जल संसाधन प्रबंधन, हरित ऊर्जा, पर्यटन, शिक्षा, कौशल विकास, आईटी पार्कों के विकास जैसे मुद्दे शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने चर्चाओं के दौरान मुख्य रूप से विभिन्न क्षेत्रों में दीर्घकालिक साझेदारी के साथ व्यापक सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया। सिंगापुर की तीन दिवसीय यात्रा के बाद मुख्यमंत्री स्विट्जरलैंड के दावोस में आयोजित होने वाले विश्व आर्थिक मंच के समारोह में भाग लेंगे।