केंद्रीय हिन्दी संस्थान में नवीकरण पाठयक्रम का उद्घाटन
हैदराबाद, – केंद्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा के हैदराबाद केंद्र द्वारा तेलंगाना के कामारेड्डी जिले के माध्यमिक विद्यालय के हिन्दी अध्यापकों के प्रशिक्षण हेतु 472वें नवीकरण पाठयक्रम का आयोजन हैदराबाद केंद्र पर किया जा रहा है। पाठयक्रम का उद्घाटन समारोह आज संपन्न हुआ।आज यहाँ जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता केंद्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा के निदेशक परे. सुनील बाबुराव कुलकर्णी ने की। मुख्य अतिथि के रूप में उस्मानिया विश्वविद्यालय की हिन्दी विभागाध्यक्ष परे. डब्ल्यू माया देवी उपस्थित थीं। इस दौरान पाठयक्रम संयोजक एवं क्षेत्रीय निदेशक परे. गंगाधर वानोडे, पाठयक्रम प्रभारी डॉ. फत्ताराम नायक, कार्यालय अधीक्षक डॉ. एस. राधा तथा डॉ. संध्या दास मंच पर उपस्थित थे। पाठयक्रम में कुल 30 (महिला- 11, पुरुष- 19) हिन्दी अध्यापक प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया।
सर्वप्रथम मंचस्थ अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलित किया गया। माँ सरस्वती वंदना, संस्थान गीत व स्वागत गीत सजग तिवारी के सहयोग से प्रस्तुत किया गया। अवसर पर आभासी मंच से परे. सुनील बाबुराव कुलकर्णी, निदेशक, केंद्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा ने कहा कि मल्टी मीडिया हम सब पर हावी होता जा रहा है, जिसके कारण पढ़ने की परंपरा समाप्त हो रही है। हमारा वाचन कौशल प्रभावी हो रहा है, ऐसे में नवीकरण पाठयक्रम की आवश्यकता अनिवार्य हो रही है। आज के दौर में शिक्षक का दायित्व और बढ़ गया है। ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से हमें अपने व्यत्तित्व के विकास की आवश्यकता है। शिक्षकों को तकनीकी का सही प्रयोग किस प्रकार किया जाए, इस पर बल देने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम संयोजक और क्षेत्रीय निदेशक परे. गंगाधर वानोडे ने संस्थान द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि संस्थान शिक्षक तथा राष्ट्र निर्माण के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करने हेतु प्रतिबद्ध है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से प्रशिक्षित होकर शिक्षक देश के भावी नागरिक तैयार करेंगे।
मुख्य अतिथि उस्मानिया विश्वविद्यालय की हिन्दी विभागाध्यक्ष परे. डब्ल्यू. माया देवी ने कहा कि भाषा मनुष्य के अंधकारमय जीवन को प्रकाशमय बनाने का साधन है। आज के विद्यार्थी ही कल के भावी नागरिक हैं। हमें उनकी शिक्षा पर जोर देने की आवश्यकता है। अवसर पर प्रतिभागी मोहम्मद शकील व एम.ए. बशीर ने पाठयक्रम से संबंधित जिज्ञासाएँ व अपेक्षाएँ व्यत्त कीं। कार्यालाय अधीक्षक डॉ. एस. राधा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. फत्ताराम नायक ने किया। तकनीकी सहयोग डॉ. संदीप कुमार, सजग तिवारी व शेख मस्तान वली ने दिया।