भारत-मलेशिया फुटबाल मैच ड्रॉ
हैदराबाद, भारतीय फुटबाल टीम को सोमवार को मलेशिया ने अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच में 1-1 की बराबरी पर रोक दिया, जिससे टीम इस साल जीत का खाता खोलने में विफल रही। भारत का यह साल का 11वाँ मैच था और टीम 2024 में एक भी जीत दर्ज करने में नाकाम रही। इस दौरान उसे छह मैच में हार का सामना करना पड़ा और पाँच मैच बराबरी पर छूटे।
आज यहाँ गच्ची बावली स्थित जीएमसी बालयोगी स्टेडियम में तेलंगाना खेल प्राधिकरण एवं भारतीय फुटबाल संघ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित मैच में भारतीय टीम का खराब प्रदर्शन एक बार फिर देखने को मिला, क्योंकि इस वर्ष की शुरुआत से लेकर अब तक भारतीय टीम ने कोई भी मैच नहीं जीता है। हालाँकि आज हुए मैच में मलेशिया की रैंकिंग भारतीय टीम से थोड़ी कमतर होने के बावजूद मलेशिया ने पूरे मैच पर अपना दबदबा बनाए रखा। भारतीय खेमे ने मैच की शुरुआत में तेजतर्रार एक-दूसरे को पास देते दिखे, लेकिन 19वें मिनट में मलेशिया के पाउलो जोशवा ने गोल दागकर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलाई, लेकिन यह गोल भारतीय गोलकीपर गुरप्रीत की गलती के कारण पाउलो ने गेंद को बॉक्स के अंदर धकेला। गोलकीपर गुरप्रीत सिंह ने पाउलो की गेंद को सिर से रोकने की कोशिश की, लेकिन उनकी चूक के कारण गेंद सीधे गोलपोस्ट में चली गई। इसके पश्चात भारतीय टीम के अग्रपंथी के खिलाड़ियों ने जबर्दस्त तालमेल का मुजायरा करते हुए 39वें मिनट में राहुल बेहके ने उम्दा गोल कर एक-एक से बराबरी पर ला खड़ा किया। गच्ची बावली स्टेडियम फुटबाल प्रेमियों तथा स्कूली छात्रों से खचाखच भरा हुआ था।
इनके समक्ष भारत के ब्रेंडन फर्नांडीस के फार्नर को राहुल बेके ने उम्दा पास के साथ गोल दागा, जिसे देखकर दर्शक झूम उठे। हॉफ टाइम के पश्चात दोनों ही टीम रक्षात्मक रवैया अपनाते हुए गोल बनने से रोकने में सफल रहे। हालाँकि मलेशिया की टीम एक-दो बार अंतिम क्षणों में गोल करने के प्रयास किए, लेकिन गेंद गोल पोस्ट के साइड में लगकर गेंद वापस आ गई, जिससे भारतीय टीम गोल खाते-खाते बच गई। भारतीय टीम के मुख्य प्रशिक्षक मनोलो मार्क्यूज ने मैच के पश्चात कहा कि दोनों ही टीमों ने तगड़ा मैच खेला, लेकिन भारतीय टीम दूसरे हॉफ में रक्षात्मक रवैये के चलते मैच ड्रॉ से संतुष्ट होना पड़ा। वहीं मलेशिया के प्रशिक्षक पौ मार्ती ने कहा कि भारतीय टीम के खिलाफ हमारी टीम ने रणनीति के अनुसार उम्दा प्रदर्शन किया। मैं हमारी टीम के इस प्रदर्शन से संतुष्ट हूँ। हमें दूसरे हॉफ में कई मौके मिले, लेकिन हमारे खिलाड़ी उसे गोल में तब्दील नहीं कर सके।