स्वास्थ्य सेवा भविष्य पर चर्चा हेतु इंडो-बेल्जियम लाइफ साइंसेज सम्मेलन आयोजित

हैदराबाद, बेल्जियम दूतावास और हैदराबाद में बेल्जियम के मानद महावाणिज्यदूत जी.वी. प्रसाद द्वारा आज तेलंगाना लाइफ साइंसेज के सहयोग से इंडो-बेल्जियम लाइफ साइंसेज सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य भारत-बेल्जियम के जीवन विज्ञान गलियारे को परस्पर मजबूत बनाते हुए स्वास्थ्य सेवा के भविष्य को नए आयाम प्रदान करना था।

अवसर पर तेलंगाना के आईटी एवं उद्योग मंत्री डी. श्रीधर बाबू ने वैश्विक स्वास्थ्य सेवा में भारत के योगदान पर प्रकाश डाला, जिसमें तेलंगाना महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने स्वास्थ्य सेवा और जीवन विज्ञान में नेतफत्व और नवाचार के लिए बेल्जियम की प्रशंसा करते हुए कहा कि बेल्जियम स्वास्थ्य सेवा और जीवन विज्ञान नवाचार में उत्वफढष्टता का एक मजबूत उदाहरण प्रस्तुत करता है। हैदराबाद की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि नवाचार केंद्र के रूप में यह जीवन विज्ञान में भारत और बेल्जियम की साझेदारी की क्षमता का दोहन करने में मदद कर सकता है। भारत की जीवन विज्ञान राजधानी के रूप में हैदराबाद विश्व स्तरीय बुनियादी ढाँचे, एक संपन्न स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र और सहायक सरकारी नीतियों के साथ सहयोग के लिए आदर्श वातावरण प्रदान कर सकता है।

भारत में बेल्जियम के राजदूत डिडिएर वेंडरहासेल्ट ने भारत-बेल्जियम साझेदारी की महत्वपूर्ण क्षमता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जीवन विज्ञान में बेल्जियम की विशेषज्ञता भारत की विनिर्माण क्षमताओं के साथ मिलकर वैश्विक स्वास्थ्य सेवा को बदल सकती है, जिससे नवाचार और व्यापक पहुँच दोनों सुनिश्चित हो सकते हैं। उन्होंने बेल्जियम को विश्व स्तरीय विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों का केंद्र तथा नैदानिक परीक्षणों के लिए एक प्रमुख गंतव्य बताया। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन को एक बार के आयोजन के रूप में नहीं, बल्कि दीर्घकालिक सहयोग की शुरुआत के रूप में देखा जाना चाहिए।
बेल्जियम के मानद वाणिज्यदूत तथा डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज लिमिटेड के सह-अध्यक्ष जी.वी. प्रसाद ने सहयोगात्मक अनुसंधान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह साझेदारी बेल्जियम के उन्नत अनुसंधान और विकास को भारत की क्षमता के साथ जोड़ती है। इससे किफायती और टिकाऊ स्वास्थ्य सेवा नवाचारों का निर्माण संभव हो पाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय उद्योग नवाचार के लिए नए क्षेत्रों की खोज कर रहा है, जो इसके निरंतर विकास के लिए महत्वपूर्ण है। बेल्जियम इस यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

तेलंगाना सरकार के विश्व मुख्य सचिव जयेश रंजन तथा जीवन विज्ञान के निदेशक शक्ति नागप्पन ने नवाचार, जीवन विज्ञान, डिजिटल स्वास्थ्य, स्टार्टअप तथा इनक्यूबेटरों का समर्थन करने के लिए तेलंगाना राज्य की प्रमुख पहलों पर विचार रखे। सम्मेलन के दौरान राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय वक्ताओं द्वारा वैक्सीन परीक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों को शामिल करते हुए जीवन विज्ञान में एआई संचालित उपकरणों और अपस्ट्रीम विकास की आवश्यकता पर जोर दिया गया। साथ ही बायोटेक आधारित चर्चाओं में नए उपचारों के लिए स्पष्ट नियमों और किफायती नवाचार के लिए सार्वजनिक निधि के महत्व को रेखांकित किया गया।

भारत और बेल्जियम के शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं, उद्योग के नेताओं सहित 200 से अधिक प्रतिभागियों ने वैश्विक स्वास्थ्य सेवा चुनौतियों का समाधान करने तथा सहयोगी अवसरों पर विचार-विमर्श करने हेतु इसमें भाग लिया।

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