महिला आईएएस अधिकारियों को महीने में एक बार छात्रावासों में रुकने के निर्देश
अपर कलेक्टरों को आवासीय विद्यालयों पर निगरानी की जिम्मेदारी
हैदराबाद, तेलंगाना सरकार की मुख्य सचिव शांति कुमारी ने आवासीय विद्यालयों, गुरुकुलों, केजीबीवी, स्कूलों और छात्रावासों के कामकाज की देखरेख की जिम्मेदारी अतिरिक्त कलेक्टरों (स्थानीय निकाय) को सौंपने के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि बालिका छात्रावासों की स्थिति जानने के लिए महिला आईएएस अधिकारी वहाँ हर महीने एक रात ठहरेंगी और सरकार को रिपोर्ट दाखिल करेंगी।
मुख्य सचिव ने आज जारी आदेश में कहा कि सरकारी आवासीय विद्यालयों, गुरुकुलों, केजीबीवी, सभी सरकारी विद्यालयों और छात्रावासों की शिक्षा की गुणवत्ता, बुनियादी ढांचे और समग्र कामकाज को बढ़ाने के लिए सरकार इन संस्थानों की देखरेख की जिम्मेदारी संबंधित जिलों के अतिरिक्त कलेक्टरों (स्थानीय निकाय) को सौंप रही है। प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। अतिरिक्त कलेक्टरों (स्थानीय निकाय) को कहा गया है कि वे सरकारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए जिले के सभी सरकारी आवासीय विद्यालयों, गुरुकुलम, केजीबीवीएस, स्कूलों और छात्रावासों की नियमित निगरानी करनी होगी। कक्षाओं, छात्रावासों, शयनागारों, स्वच्छता सुविधाओं और भोजन व्यवस्था सहित बुनियादी ढांचे के रखरखाव और पर्याप्तता की देखरेख करनी होगी।
अतिरिक्त जिलाधीशों को शैक्षणिक मानकों, खरीदी प्रक्रिया, सामान्य आहार मानकों का अनुपालन की जिम्मेदारी के साथ साथ यह कहा गया है कि अधिकारी संस्थानों में हर पखवाड़े रात्रि प्रवास करेंगे। पंद्रह दिन में कम से कम एक रात उन्हें वहाँ रुकना होगा और इस प्रवास के दौरान छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों से सीधे संपर्क करना होगा, ताकि जमीनी स्तर की चुनौतियों को समझा जा सके और सेवाओं की गुणवत्ता का आकलन किया जा सके। उन्हें बीच-बीच में औचक निरीक्षण भी करना होगा। छात्रों, अभिभावकों और कर्मचारियों की शिकायतों का समाधान करना और समय पर समाधान सुनिश्चित करना भी आवश्यक होगा। यह भी देखना होगा कि इन संस्थाओं को आवंटित धनराशि का प्रभावी उपयोग किया जा रहा है या नहीं।
अतिरिक्त कलेक्टरों से कहा गया है कि वे इन संस्थानों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग, एससीडी और एसटी/बीसी कल्याण विभाग और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के साथ समन्वय करेंगे। संबंधित जिला कलेक्टर इसकी मासिक समीक्षा करेंगे। इसी तरह एक और मेमो जारी करते हुए कहा गया है कि बालिका आवासीय विद्यालयों में महिला आईएएस अधिकारियों द्वारा रात्रि प्रवास किया जाएगा। सरकार ने बालिका आवासीय विद्यालयों के प्रभावी संचालन को सुनिश्चित करने तथा छात्राओं को प्रदान की जाने वाली शिक्षा और कल्याण की गुणवत्ता में सुधार लाने को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के लिए यह तय किया है कि सभी महिला एआईएस अधिकारी नियमित अंतराल पर बालिका आवासीय विद्यालयों का दौरा करेंगी। इस दौरे में संस्थान में एक रात रुकना भी शामिल होगा, ताकि छात्रों और कर्मचारियों से सीधे संपर्क किया जा सके, सुविधाओं का आकलन किया जा सके और संस्थान के कामकाज में खामियों की पहचान की जा सके। प्रत्येक अधिकारी को अपने दौरे के 7 दिनों के भीतर संबंधित विभाग को विस्तृत समीक्षा रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। रिपोर्ट में अवलोकन, कार्यान्वयन योग्य सिफारिशें तथा तत्काल ध्यान देने योग्य चिंताएं शामिल होनी चाहिए।