इरिसेट सिकंदराबाद एवं आरटीयू कोटा में करार
हैदराबाद, भारतीय रेल सिग्नल इंजीनियरी और दूरसंचार संस्थान इरिसेट तथा राजस्थान तकनीकि विश्वविद्यालय, आरटीयू (कोटा) ने विद्यार्थियों को रेलवे सिग्नलिंग और कवच को वैकल्पिक विषय के रूप में पढ़ाने के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
आज यहाँ जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इरिसेट के महानिदेशक शरद कुमार श्रीवास्तव तथा आरटीयू कोटा के कुलपति प्रो. एस.के. सिंह ने पश्चिम मध्य रेलवे/कोटा के मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर/परियोजना सचिन शुक्ला तथा आरटीयू के डीन डॉ. वी.के. गोराना एवं अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
अवसर पर कहा गया कि एमओयू के माध्यम से यह साझेदारी राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के छात्रों एवं संकाय को इरिसेट की उन्नत सुविधाएँ एवं प्रशिक्षण संसाधन उपलब्ध कराएगी, जो रेलवे सिग्नलिंग प्रणाली विशेष रूप से कवच प्रणाली में छात्रों की समझ और ज्ञान को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाने के साथ-साथ परिवहन के क्षेत्र में भी ज्ञान और कौशल को समृद्ध करेगी। कवच प्रणाली रेलगाड़ी का संरक्षण करता है और दुर्घटनाओं को कम करने में मदद करता है। भारतीय रेलवे ने गाड़ी परिचालन के क्षेत्र में संरक्षा बढ़ाने के लिए स्वदेशी स्वचालित गाड़ी संरक्षण प्रणाली (कवच) विकसित की है। इरिसेट सिकंदराबाद भारतीय रेलवे का प्रमुख संस्थान है जो रेलवे कार्मिकों एवं उद्योग विशेषज्ञों को सिग्नल और दूरसंचार विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान करता है।