हिन्दी भाषा को सभी पर थोपना अच्छा नहीं : केटीआर
हैदराबाद, भारास के कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व मंत्री के. तारक रामाराव ने हिन्दी विरोधी होने का प्रमाण देते हुए आज राष्ट्रभाषा हिन्दी को लेकर जहर उगलते हुए कहा कि हिन्दी को सभी पर थोपना देश के लिए अच्छा नहीं है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा एक्स पर किए गए पोस्ट पर प्रश्न किया कि आखिरकार हिन्दी भाषा को शाह सभी पर थोपने का प्रयास क्यों कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि भारत में तेलुगु, तमिल, मलयालम, कन्नड़, बंगाली, मराठी, ओड़िया, गुजराती जैसी करीब 22 आधिकारिक भाषाएँ हैं, जिनमें हिन्दी भी एक है। उन्होंने कहा कि ऐसे में केवल हिन्दी को सभी पर थोपने का आपका (शाह का) प्रयास देश के लिए अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि विभिन्न भाषाओं की विविधता ही देश की ताकत और विशेषता है। ऐसे में हिन्दी को ही अधिक से अधिक लोगों द्वारा बोले जाने के लिए प्रोत्साहित क्यों किया जा रहा है।